आज के समय में जीवन बेहद व्यस्त हो गया है और लोग अपने दिनचर्या में कई कामों के बीच उलझे रहते हैं। इस व्यस्त जीवनशैली के कारण, व्यक्ति अक्सर अपने स्वास्थ्य के लिए समय निकालने में संकोच करते हैं, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसका परिणामस्वरूप, अधिकतर लोग सुबह जल्दी उठकर समय की कमी के चलते अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उचित ध्यान नहीं देते हैं। दिनभर की भागदौड़ में बदलते रुटीन के कारण रात को आराम से सोने में भी कई बार मुश्किल होती है और इसके कारण न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक आराम में भी कमी आ सकती है।
काम के प्रेशर, जीवन में बदलाव और तनाव के कारण अधिकतर लोग थकान से जूझते हैं, जिसके कारण उनका शरीर कमजोर हो जाता है और वे चिढ़चिढ़े होते हैं। इससे सारे दिन की ऊर्जा कम होती है और व्यक्ति अपने दिनचर्या में निरंतर अक्सर थका हुआ महसूस करता है। आज इस लेख में हम शरीर की सुस्ती कैसे दूर करें और शरीर में सुस्ती होने के कारणों के बारें में बताएंगें।
शरीर में सुस्ती होने के कारण:-
शरीर में सुस्ती होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे:
- आयरन की कमी: थकान और सुस्ती का कारण शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे व्यक्ति को अपने दिनचर्या को संभालने में मुश्किलें हो सकती हैं। आयरन एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो रक्त में होता है और हमारे शरीर के लिए जरूरी है। अधिकतर महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होती है खासकर गर्भवती महिलाओं में, जब उनके शरीर को दो जीवों के लिए आयरन की अधिक आवश्यकता होती है। अगर आप हमेशा थके रहते हैं या बिना किसी खास कारण के बिस्तर पर ज्यादा समय बिताते हैं, तो यह आयरन की कमी के कारण हो सकता है। आयरन की कमी के कुछ आम लक्षण होते हैं, जैसे कि थकान, सुस्ती और बेहोशी का अहसास। आयरन की कमी को पूरा करने के लिए, आपको अपने आहार में हरी सब्जियों, अंडों, अखरोट, दालें और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए।
- वजन बढ़ना: अधिक वजन होने के कारण भी आपको थकान महसूस हो सकती है। वजन का बढ़ना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है और इससे थकान की समस्या बढ़ सकती है। अधिक वजन न सिर्फ थकान का कारण होती है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे कि मधुमेह, हार्ट रोग, उच्च रक्तचाप और कैंसर। वजन का नियंत्रण न रखना आपके शारीरिक स्वास्थ्य को कई तरह की समस्याओं का सामना करने पड़ सकता है, जिससे आपकी ऊर्जा कम होती है और आप थके-थके महसूस कर सकते हैं। इसलिए, वजन को नियंत्रित करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है। नियमित व्यायाम और सही आहार के साथ वजन को नियंत्रित करना आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर कर सकता है और थकान को कम करता है।
- पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी के कारण भी आपको थकान महसूस हो सकती है। अगर आप पूरे दिन में 8 से 10 गिलास पानी नहीं पीते हैं, तो आपको अनिद्रा, शरीर में ऐंठन, दर्द, चक्कर आना और ऊर्जा में कमी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीते हैं, ताकि आपके शरीर को आवश्यक तरलता मिले और आप सही स्वास्थ्य की दिशा में बढ़ सकें। साथ ही, अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करना भी महत्वपूर्ण है। तरल पदार्थों में जैसे कि फलों, सब्जियों, रस, नारियल पानी और जूस में विटामिन, खनिज तत्व और ऊर्जा होती है, जो आपके शरीर को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करती हैं। यह आपकी थकान को कम कर सकता है और आपको एनर्जेटिक रहने में मदद कर सकता है। स्वस्थ जीवनशैली और सही पानी की मात्रा के साथ आप अपने दिन को आगे बढ़ा सकते हैं और थकान से बच सकते हैं।
- तनाव में रहना: अधिक तनाव लेने से भी शरीर काफी सुस्त और थका हुआ सा हो जाता है और इसका असर स्वास्थ्य पर होता है। अधिक स्ट्रेस लेना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है और यह थकान, आलस्य और नींद की समस्याओं का कारण बन सकता है। स्ट्रेस को नियंत्रित करने के लिए आपको हमेशा खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए। खुश रहने से आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। अगर आप स्ट्रेस के कारण थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो अच्छी नींद का महत्व हो सकता है। नींद से शरीर को आराम मिलता है और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है। स्ट्रेस को दूर करने के लिए सकारात्मक मानसिकता और नियमित व्यायाम का पालन करना भी महत्वपूर्ण है। स्वस्थ जीवनशैली और गहरी नींद से आपका शरीर और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है और स्ट्रेस को कम करता है।
- पर्याप्त नींद न लेना: सही नींद न लेना और रात को बहुत देर तक जागना थकान और सुस्ती का कारण बन सकता है। नींद शरीर के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। अगर आप नियमित रूप से सही नींद नहीं लेते हैं, तो आपकी ऊर्जा स्तर कम हो सकता है और आप थके-थके महसूस कर सकते हैं। अच्छी नींद न लेने से आपका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है, जिससे आप पूरे दिन ध्यान नहीं दे पाते और आलसी महसूस करते हैं। अधिकांश लोग अच्छी नींद की कमी से आलस्य, थकान और स्थायिकता की समस्याओं का सामना करते हैं. इसके अलावा, दिल के रोग, मोटापा, डायबिटीज और डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ सकता है। अच्छी नींद के लिए नियमित योग और प्राणायाम का अभ्यास करें, समय पर खाना खाएं और रात को अच्छी नींद का वातावरण बनाएं।
- अच्छा खाना: आपका आहार आपके शरीर के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है, इसलिए आपको अच्छे से विचार करना चाहिए कि आप आपने खाने में क्या शामिल कर रहे हैं और क्या नहीं। सही आहार लेने से आपके शरीर को आवश्यक पोषण मिलता है और आपके स्वास्थ्य को सुन्दर बनाने में मदद मिलती है। अगर आप नियमित रूप से संतुलित आहार नहीं लेते हैं, तो आपका शरीर सुस्त और थका हुआ महसूस कर सकता है। सही आहार खाने से आपका ऊर्जा स्तर बना रहता है और आप अधिक कार्यक्षम और सक्रिय रहते हैं। आहार की गुणवत्ता भी शरीर पर प्रभाव डालती है। उचित मात्रा में फल, सब्जियाँ, प्रोटीन स्रोत और हेल्दी फैट्स का सेवन करने से आपकी त्वचा, बाल और नाखून स्वस्थ रहते हैं। विटामिन्स और मिनरल्स को भी अपने आहार में शामिल करके आप अपने शरीर के सभी प्राकृतिक प्रक्रियाओं को सही तरीके से समर्थन देते हैं।
सुस्ती के कारणों को जानना महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें ठीक से पहचाना और इसका समाधान किया जा सके। यदि आप अपनी सुस्ती के चिंतित हैं, तो एक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
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कमजोरी कैसे दूर करें:-
कमजोरी को दूर करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- ताजा फल और सब्जियां: शारीरिक कमजोरी, आलस, सुस्ती और कम एनर्जी लेवल को दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में मौसमी फलों और सब्जियों को शामिल करें, जितना संभव हो सके। ये मौसमी फल और सब्जियाँ आपके शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनमें कई प्रकार के विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। विटामिन बी12 से युक्त फलों और सब्जियों का सेवन करने से मांसपेशियों की कमजोरी और थकान को दूर किया जा सकता है। इन मौसमी फलों और सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के अंदर की विषाणुकों को नष्ट करते हैं और इंफ्लेमेशन (सूजन) को दूर करते हैं। इंफ्लेमेशन के कारण शरीर में कमजोरी और थकान की अनुभव की जाती है, जिसके परिणामस्वरूप आप अपने दिनचर्या में अधिक सक्रिय और ऊर्जावान रह सकते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें: शरीर को तुरंत एनर्जी प्रदान करने के लिए आपको अपनी डाइट में तरह-तरह के बीज, नट्स और ड्राई फ्रूट्स जैसे आहार को शामिल करना चाहिए। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स की अधिक मात्रा होती है, जो तुरंत शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। नट्स में कम कैलोरी होती है इससे यह आसानी से पच जाते हैं। मांसपेशियों में कमजोरी और थकान का अहसास होने पर आप एक मुट्ठी नट्स और बीजों का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि ये आपके शरीर को तुरंत एनर्जी प्रदान करते हैं और शरीर की सुस्ती को दूर करते हैं। इसके साथ-साथ, आपको पर्याप्त पानी पीना भी महत्वपूर्ण है, ताकि गर्मियों में डिहाइड्रेशन के कारण होने वाली कमजोरी और थकान का अहसास नहीं हो। शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने के लिए साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स जैसे आहार को भी अपनी डाइट में शामिल करें।
- कैफीन युक्त ड्रिंक्स से परहेज करें: कुछ लोग मानते है कि अधिक कैफीन युक्त ड्रिंक्स जैसे चाय, कॉफी आदि के सेवन से शरीर की थकान, कमजोरी और लो एनर्जी लेवल को दूर किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। कैफीन से भरपूर ड्रिंक्स का अधिक सेवन शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है, क्योंकि यह आपके शरीर के यथासंभाव न्यूट्रिएंट्स को पूरी तरह से नहीं प्रदान करता है। इसके अलावा, अधिक कैफीन से शरीर में डिहाइड्रेशन होने की संभावना भी बढ़ जाती है, जिससे आपका शरीर कमजोर महसूस हो सकता है। आप चीनी रहित चाय, ब्लैक टी, ग्रीन टी या अन्य कोई हर्बल टी का सेवन करके अपने दिनचर्या को स्वस्थ बना सकते हैं। ये विकल्प न केवल कैफीन से मुक्त होते हैं, बल्कि आपके शरीर को आवश्यक न्यूट्रिएंट्स और अंशिक ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। इसके अलावा, आपको पर्याप्त पानी पीने का ध्यान रखना चाहिए ताकि डिहाइड्रेशन के कारण कमजोरी, थकान और ऊर्जा की कमी का सामना न करना पड़े।
- नींबू का सेवन: नींबू शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह शक्ति और ऊर्जा का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। नींबू में विटामिन सी, विटामिन बी, फाइबर और फोलिक एसिड जैसे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। नींबू प्राकृतिक तरीके से कमजोरी को दूर करने में मदद करता है, क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर की रक्त संचरण को बढ़ावा देता है और ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है। नींबू के नियमित सेवन से कमजोरी दूर होती है और शरीर में नई स्फूर्ति पैदा होती है। नींबू को नमक या चीनी के साथ मिला करके आप इसका स्वाद बेहतर बना सकते हैं और इसे पीने में आसानी होती है। नींबू का सेवन किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह के समय नींबू पानी पीने से ज्यादा फायदेमंद होता है। यह न तो केवल शरीर को ऊर्जित रखता है, बल्कि रोजाना नींबू पानी पीने से आपकी पाचन शक्ति भी बेहतर होती है और आपकी त्वचा को भी निखार मिलता है।
कमजोरी को दूर करने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है। यदि आपकी कमजोरी लंबे समय तक बनी रहती है, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें
शरीर में कमजोरी के घरेलू उपाय:-
शरीर में कमजोरी को दूर करने के कई उपाय हो सकते हैं जैसे:
- लहसुन: लहसुन में मौजूद फाइबर, विटामिन सी, विटामिन बी6, मैग्नीशियम और अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। रोजाना लहसुन का सेवन करने से आपको ताकत मिल जाती है और आपका शरीर नई स्फूर्ति से भरा रहता है। लहसुन का नियमित सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है, जैसे कि रक्तचाप को नियंत्रित करना, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करना और मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करना।लहसुन का सेवन आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन यदि आपको इसके सेवन से खुशबू या दांतों में किसी प्रकार की समस्या होती है, तो आप इसे प्राकृतिक द्रव्यों के साथ या अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
- अश्वगंधा: आयुर्वेद में अश्वगंधा को पुरुषों के लिए काफी फायदेमंद माना गया है, क्योंकि यह एक शक्तिशाली औषधि है जो शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है। अश्वगंधा प्रोटीन, ऊर्जा, आयरन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है और इसका नियमित सेवन आपके शरीर को ताकत देता है और कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। अश्वगंधा का सेवन करने के लिए, आप एक गिलास गर्म दूध लें और इसमें 1-2 चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिला लें। इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं और रोजाना रात को सोते समय पी सकते हैं। अश्वगंधा का सेवन करने से आपका वजन धीरे-धीरे बढ़ेगा और आपका शरीर शक्तिशाली होगा और साथ ही कमजोरी, थकान दूर होगी और ताकत मिल जाएगी। अश्वगंधा का सेवन बढ़ती उम्र के साथ आने वाली शारीरिक थकान और कमजोरी को भी कम कर सकता है, जिससे आप जीवन को अधिक उत्साहपूर्ण तरीके से जी सकते हैं।
- केला: केला एक खास फल है जो आपकी शारीरिक ताकत को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह एक सुपरफूड के रूप में माना जाता है, क्योंकि इसमें ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट और विभिन्न पोषणकारी तत्व होते हैं जो आपके लिए फायदेमंद होते हैं। केले का सेवन ताकतवर बनने में मदद करता है और यह एक स्वस्थ डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है। इसके लिए आप रोजाना एक या दो केले खा सकते हैं जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करेंगे। केले को दूध में मिलाकर भी खा सकते हैं। दूध के साथ केले का सेवन करने से आपको ताकत मिलेगी और आपका शरीर स्वस्थ रहेगा। केला खाने से आपको न केवल ताकत मिलेगी, बल्कि यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारेगा। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जैसे कि विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर, जो आपके शारीरिक क्रियाओं को सुधारने में मदद करते हैं। केला आपके शरीर के ऊर्जा स्तर को भी बढ़ाएगा, जिससे आप दिन भर एक्टिव और ताजगी से काम कर सकेंगे।
- साबुत अनाज: फास्ट फूड, जंक फूड, कैफीन और एल्कोहोल का अधिक सेवन करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है और यह आपकी ताकत और ऊर्जा को कम कर सकता है। इन आहारों में अधिक मात्रा में कैलोरी, तल और अनुचित तत्व होते हैं, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। साबुत अनाज, जैसे कि गेहूं, चावल, बाजरा और ओट्स सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। साबुत अनाज का सेवन आपके वजन को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है और यह आपके स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है। इसलिए, अपनी डाइट में साबुत अनाज को शामिल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह आपकी सेहत को सुधारने में मदद करेगा और आपको ताकत और ऊर्जा प्रदान करेगा, ताकि आप जीवन को अधिक उत्साहपूर्ण और सक्रिय तरीके से जी सकें।
- नट्स: नट्स और बीज जैसे कि बादाम, काजू, किशमिश, अखरोट, ड्राई अंजीर, सूरजमुखी के बीज, खरबूजा और अलसी के बीज सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। अगर आपका शरीर दुबला-पतला है और आपको कमजोरी महसूस हो रही है, तो नट्स और सीड्स का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इनका सेवन आपको ऊर्जा और ताकत प्रदान कर सकता है, जिससे आप स्वस्थ और मजबूत महसूस करेंगे। नट्स और सीड्स का सेवन आपके शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है और आपको तंदुरुस्त रखने में मदद कर सकता है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप अपनी ताकत को बढ़ा सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
- तुलसी: तुलसी के बीज और पत्ते स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं और इनका उपयोग वीर्य, बल और खून में वृद्धि के लिए किया जा सकता है। तुलसी के पीसे हुए बीजों को सादे या कत्था लगे पान के साथ सुबह और शाम को चबा चबा कर खाने से यह स्वास्थ्य को बेहद फायदेमंद दिख सकता है। तुलसी के बीजों में विटामिन और खनिजों पाए जाते है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इनमें विटामिन सी, विटामिन ए, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषण घटक होते हैं, जो शारीरिक दुर्बलता को कम करने में मदद कर सकते हैं। तुलसी के सेवन से रक्त चाप को नियंत्रित किया जा सकता है और वीर्य की मात्रा में वृद्धि हो सकती है। यह अच्छी तरह से पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और ताकत और ऊर्जा को बढ़ावा देने में सहायक हो सकता है। यदि आपका वजन कम है और आपको ताकत की कमी महसूस हो रही है, तो तुलसी के बीजों का सेवन करना आपके लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है।
- आंवला: आंवला विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत है और यह यौन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। आंवला में विटामिन सी के साथ-साथ फाइबर, विटामिन, और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो यौन बल और शरीर को ताकत देते हैं। आप आंवला को हरे और कच्चे रूप में शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं। इसके लिए आप लगभग 10 ग्राम आंवला को शहद के साथ रोज सुबह खा सकते हैं। यह विटामिन सी के साथ शहद के पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत बनता है और यौन बल को बढ़ावा देता है. इसके अलावा यह शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है। आंवला शरीर के साथ-साथ यौन स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है और यौन बल को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसे आप अपनी डाइट में शामिल करके यौन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
कमजोरी को दूर करने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है। यदि कमजोरी लंबे समय तक बनी रहती है, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
Ques-1 दूध में क्या मिलाकर पीने से ताकत आती है?
दूध में देसी घी मिलाकर पीने से शरीर को कई तरह के पोषण और आवश्यक तत्व मिलते हैं, जो शारीरिक ताकत को बढ़ावा देते हैं। देसी घी और दूध का संयोजन एक पौष्टिक और ऊर्जा देने वाला पैकेज प्रदान करता है।
Ques-2 एक दिन में कितना दूध पीना चाहिए?
एक दिन में कितना दूध पीना चाहिए यह व्यक्ति की आयु और जीवनशैली पर निर्भर करता है। आमतौर पर, एक वयस्क को दिन में लगभग 2 से 3 गिलास दूध पीना चाहिए।
Ques-3 घोड़े जैसी ताकत लाने के लिए क्या खाना चाहिए?
दूध और केले के साथ खाना शारीरिक ताकत और ऊर्जा के स्रोत के रूप में काम कर सकता है। दूध में प्रोटीन और कैल्शियम होता है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है, जबकि केला विटामिन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट्स का अच्छा स्रोत होता है।
Ques-4 सुस्ती किसकी कमी से होती है?
विटामिन B12 की कमी से थकान और सुस्ती की समस्या हो सकती है। विटामिन B12 शरीर के सामान्य कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है, जैसे कि रक्त निर्माण और शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखना। इसकी कमी अधिक थकान, कमजोरी, पाचन संबंधित समस्याओं के रूप में प्रकट हो सकती है।
Ques-5 कौन सा फल खाने से शरीर में ताकत आती है?
केला एक पौष्टिक फल है और खाली पेट इसका सेवन करने से आपका ताकत और स्टैमिना बढ़ सकता है। केला एक सुपरफूड है जिसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।