Liver in Hindi: लिवर जिसे हिंदी भाषा में यकृत कहते हैं। यह मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है। लिवर, दिल और दिमाग के बाद सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। लिवर हमारे पेट के ऊपरी हिस्से मे दाईं ओर स्थित होता है। लिवर शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। लिवर शरीर में मौजूद टॉक्सिन, शराब, ड्रग्स और अन्य विषैले पदार्थों को बहार निकलता है और पाचन किर्या में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लिवर के बिना शरीर की कोई भी क्रिया संभव नहीं होती और इसलिए इसे शरीर का लाइफलाइन भी कहा जाता है। लिवर में कमजोरी या बीमारी के कारण शरीर के कई अंगों में परेशानी आ सकती हैं। यह आमतौर पर अधिक शराब या ड्रग्स के सेवन, भोजन में अस्वस्थ खाने और अन्य कुछ ख़राब पदार्थों के कारण होता है। लिवर के रोगों में हेपेटाइटिस बी, फैटी लिवर, सिरोसिस और हेपेटाइटिस सी, कैंसर आदि शामिल हैं। आइये इस लेख में लिवर का रामबाण इलाज के बारे में बात करेंगे।
लिवर खराब की पहचान:-
लिवर खराब होने के शरीर में कुछ बदलाव महसूस होते हैं जिनसे इसे पहचाना जा सकता है। जैसे पहले पेट में दर्द और सूजन होती है। फिर पेट में भारीपन लगने लगता है जिससे खाने के बाद भी पेट भरा हुआ नहीं लगता है। शरीर पीला पड़ जाता है और आंखों का रंग भी पीला हो जाता है। क्योंकि इन सभी लक्षणों के पीछे लिवर खराब होने से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा अगर किसी को अधिक थकान या कमजोरी महसूस होती है तो ये भी लिवर संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है।
लिवर में इन्फेक्शन के लक्षण:-
लिवर में इन्फेक्शन के लक्षण शामिल हैं
- त्वचा और आंखों का पीलापन
- पेट में दर्द
- उल्टी आना
- भूख न लगना
- अत्यधिक थकान होना
- शरीर में पीलिया के लक्षण
- पतले दस्त होना
- बार-बार बदहजमी या एसिडिटी का अनुभव होना
- बदबूदार सांस
- बार-बार और तेज़ बुखार आना
- सिरदर्द और शरीर में दर्द का अनुभव होना
- जी मिचलाना और उबकाई आना
यदि आपको इन लक्षणों में से कम से कम एक लक्षण भी होता है, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से मिलना चाहिए।
फैटी लिवर के लक्षण:-
फैटी लिवर एक समस्या है जब लिवर में अतिरिक्त फैट इकठा हो जाता है। यह समस्या आमतौर पर उन लोगों में देखी जाती है जो अधिक मात्रा में शराब पीते हैं या जो अत्यधिक वजन रखते हैं। फैटी लिवर के कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं-
- पेट में भारीपन का अनुभव
- पेट में दर्द या तनाव का अनुभव
- थकान होना
- सूखी त्वचा
- पतले दस्त
- भूख न लगना
- उल्टी करना
- त्वचा और आँखों का पीलापन
फैटी लिवर के लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं और शुरुआत में उनका पता नहीं चलता है। इसलिए, फैटी लिवर के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और समय रहते उनका उपचार करवाना चाहिए।
फैटी लिवर रिकवरी टाइम:-
फैटी लिवर रिकवरी टाइम व्यक्ति के शरीर की स्थिति और बीमारी के गंभीरता पर निर्भर करता है। यह अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है। फैटी लिवर के शुरुआती स्तर के लिए रिकवरी टाइम आमतौर पर दो-तीन हफ्तों से लेकर कुछ महीनों तक हो सकता है। हालांकि यदि बीमारी अधिक गंभीर है और समय रहते इलाज नहीं किया जाता है तो रिकवरी टाइम बढ़ जाता है और यह कई महीनों से कई वर्षों तक हो सकता है।
फैटी लिवर का इलाज सवस्थ खाना और व्यायाम के साथ किया जाता है। अगर बीमारी की गंभीरता ज्यादा होती है तो डॉ की सलाह लेना सही होता है। डॉ की सलाह के अनुसार दवाइयों का सेवन करना और उन्हें समय पर लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए फैटी लिवर का इलाज समय रहते करवाना बहुत जरूरी होता है।
लीवर के लिए फायदेमंद फल:-
अनार, केला, नींबू, सेब, पपीता, संतरा, आम, अमरूद, अंगूर जैसे फल लिवर को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं। इन फलों में विटामिन सी, ए के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल होते हैं जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इन फलों के सेवन से लिवर की बीमारियों से बचा जा सकता है और लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता हैं। अनार में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं जो लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। नींबू में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो लिवर को विकारों से बचाने में सहायता करते हैं। सेब में पेक्टिन नामक एक प्रकार का फाइबर होता है जो बॉडी में विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हुए लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। पपीता लीवर के लिए बेहद फायदेमंद होता है क्योंकि यह लिवर की सफाई करता है। अमरूद में विटामिन सी, ए, कैल्शियम, पोटेशियम और फाइबर होता है। अमरूद में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट लिवर को ठीक रखने में मदद करते हैं जबकि फाइबर लिवर के संचार को सुधारता है।
अन्य फल जो लिवर के लिए फायदेमंद होता है, वह है जामुन। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट प्रभाव वाले फ्लैवोनॉइड्स के कारण यह शरीर के विभिन्न अंगों को संरक्षित करता है और लिवर को बीमारियों से बचाता है। जामुन में विटामिन सी, फोलेट, जिंक और विटामिन बी1 भी मौजूद होते हैं जो लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
लिवर का रामबाण इलाज:-
लिवर की समस्या से बचने के लिए आप निम्न तरीकों को अपना सकते है-
लहसुन
लहसुन एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो लिवर के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद एलिसिन नामक तत्व लिवर के लिए बहुत ही उपयोगी होता है और यह लिवर को साफ रखने में भी मदद करता है।
भूना जीरा
भूना जीरा लिवर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद तत्व लिवर को साफ रखने में मदद करते हैं और इससे लिवर से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
भरपूर पानी पीना
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए भरपूर पानी पीना बहुत जरूरी होता है। इससे लिवर में मौजूद तत्वों को निखारा जाता है जो लिवर को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
एवोकाडो
एवोकैडो आज के समय का सुपरफूड है। इसमें भरपूर मात्रा में विभिन्न प्रकार के विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो लीवर के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। इसमें ग्लूटाथिओन नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है जो आपके शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को शरीर से बहार निकलने में मदद करता है।
कलौंजी का तेल
कलौंजी का तेल एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और इसका सेवन करने से यह शरीर की रोग प्रतिरोधिक शक्ति बढ़ती है। यह कैंसर को रोकने और लिवर को स्वस्थ को बनाये रखने में भी मददगार साबित हो सकता है।
नींबू
सुबह खले पेट नींबू को गर्म पानी के साथ लेने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं जिससे लिवर की समस्याओं में फायदेमंद होता है। नींबू पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है।
हल्दी
हर घर की रसोई में हल्दी का इस्तेमाल तो होता ही है। यह भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर के स्वास्थ्य का ख्याल भी रखती है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टेरियल गुण पाए जाते हैं जो लिवर के लिए फायदेमंद होते हैं।
अदरक
अदरक का सेवन करने से लिवर की कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। अदरक में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो लिवर की समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं।
ग्रीन टी
लिवर को मज़बूत करने के लिए आप ग्रीन टी का सेवन अच्छा माना जाता हैं। ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा अधिक होती है जिसे कैटेचिन के रूप में जाना जाता है। कैटेचिन लिवर डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है और अगर लिवर में सूजन हो गई हो तो उसे भी यह कम कर सकता है।
चुकंदर
चुकंदर का सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल बढ़ता है। चुकंदर खून से सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ यह शरीर को अन्य बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है और यह लिवर को मजबूती प्रदान करता है।
हरी सब्जियां
हरी सब्ज़ियां खाने आपके लिवर की सेहत हमेशा बेहतर रहती हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां में विटामिन ए, सी, के और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मात्रा में होते हैं जो खून को साफ़ करने में मदद करते हैं।
अखरोट
लिवर को साफ़ करने के लिए अखरोट का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसमें न्यूट्रिएंट्स, विटामिन, फैट और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होते है जो कई तरह के डिसऑर्डर्स के इलाज में मददगार होते हैं। अखरोट में अमीनो एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिसे आर्गिनिन के रूप में जाना जाता है और ये लिवर की सफाई में भी मदद करता है।
FAQ
Ques-1 लिवर के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
लीवर से संबंधित सभी बीमारियों के लिए फाइलेन्थस अमरुस सर्वोच्च दवा मानी जाती है।
Ques-2 लिवर की सफाई कैसे करें?
लीवर को साफ करने के लिए आप भरपूर मात्रा में पानी पिए और अपने खाने में ताज़े फलों के जूस शामिल करें। यह जूस गाजर, चुकंदर पालक और व्हीटग्रास से बना होना चाहिए।
Ques-3 लिवर कितने दिन में ठीक हो जाता है?
अधिकतर लिवर समस्याओं के लिए सामान्यतः दवाई और अन्य उपचारों का प्रयोग किया जाता है। यदि लिवर की समस्या गंभीर हो जाती है तो उसका इलाज देरी से होता है और इसमें अधिक समय लगता है।
Ques-4 क्या अदरक लिवर को साफ करती है?
अदरक लिवर को साफ करने में मदद कर सकता है। अदरक एक प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो शरीर की विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाता है और लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
Ques-5 फैटी लिवर में चावल खाना चाहिए?
फैटी लिवर में चावल खाने से बचना चाहिए। क्योकि फैटी लिवर एक ऐसी समस्या होती है जो अधिक वजन या मोटापे से हो सकती है। चावल में कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी तो होते हैं, लेकिन इसे अधिक मात्रा में खाने से वजन बढ़ने का खतरा होता है। चावल एक हाई ग्लाइसेमिक वाला फूड है जो शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ाता है। ब्लड शुगर के बढ़ने से भी फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।