मौसम में बदलाव के साथ ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ गया है और गले में दर्द, खांसी और खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। यह आमतौर पर गर्मियों और मौसम के परिवर्तन के समय होता है, लेकिन यह बरसात के मौसम में भी देखा जा सकता है। गले में दर्द का मुख्य कारण बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण, गले की सूजन या वायरल बुखार हो सकता है।
इसके अलावा, अच्छे स्वास्थ्य और पोषण की कमी, ठंडी का प्रभाव, धूल-मिट्टी के कणों का संपर्क या एलर्जी के कारण भी गले में खराश और दर्द हो सकता है। गले में दर्द से बचाव के लिए अच्छे तरीके से गरम पानी और नमक का गरारा करना अच्छा होता है। आज इस लेख में हम आपको गले में दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए सबसे असरदार तरीकों के बारें में जानकारी देंगें।
गले में इन्फेक्शन के लक्षण:-
गले में इंफेक्शन के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है, ताकि आप सही समय पर उपचार कर सकें। ये हैं गले में इंफेक्शन के कुछ प्रमुख लक्षण:
- खराश और दर्द: गले में इन्फेक्शन के साथ गले के अंदर खराश और दर्द हो सकता है, जो आमतौर पर गले के दर्द के रूप में पहचाना जा सकता है।
- खांसी: इन्फेक्शन के कारण खांसी भी हो सकती है और यह खासकर रात को बढ़ सकती है।
- सूजन: गले में सूजन या फुलाव हो सकता है, जिसके कारण गले का दिखाई देने वाला हिस्सा सूज सकता है।
- पेट में दर्द: कुछ गले के इन्फेक्शन के प्रकार ऐसे होते है जो पेट में दर्द कर सकते हैं।
- बुखार: अधिकांश इन्फेक्शन्स के साथ तापमान बढ़ सकता है, जिसके रूप में बुखार हो सकता है।
- सांस लेने में कठिनाइयाँ: गले के इंफेक्शन के कारण सांस लेने में मुश्किल हो सकती है।
- बोलने में तकलीफ: गले में इन्फेक्शन के कारण बात करने और निगलने में तकलीफ हो सकती है।
यदि आपको गले में इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
गले में अटका हुआ लगना:-
अकसर हम गले में कुछ अटका हुआ महसूस करते हैं, और इसका कारण होता है हमारे मुंह के अंदर सबसे पीछे जो यूवुला होता है, वह सूजने लगता है। यूवुला एक छोटा सा मांसपेशी टुकड़ा होता है और जब यह सूज जाता है, तो ऐसा लगता है कि गले में कुछ फंस गया है, जिसके कारण खाने पीने में भी दिक्कत आने लगती है। इससे कई बार बहुत ज्यादा दर्द भी हो सकता है। इस समस्या का सही समय पर इलाज करना महत्वपूर्ण है। यह समस्या अकसर सामान्य होती है और आपके दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। इसलिए अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
गले में खराश:-
गले में खराश एक आम समस्या है जो अक्सर मौसम के बदलाव के साथ होती है। यह समस्या आपके गले के इर्द गिर्द होने वाले क्षेत्र में दर्द और असहजता का कारण बन सकती है। जब यह समस्या होती है, तो आपको खाने-पीने और निगलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
गले में खराश के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि जुकाम, गले में सूजन या विकृत यूवुला। गले में खराश सामान्यत कुछ दिनों में स्वयं ठीक हो जाती है, लेकिन यदि यह समस्या दिनों तक बनी रहती है, तो आपको चिकित्सक से परामर्श लें।
गले में खराश के घरेलू उपाय:-
गले की खराश एक आम समस्या है और आप इसे कुछ घरेलू उपायों से आराम से ठीक कर सकते हैं। ये उपाय आपके गले के दर्द और खराश को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- अदरक और शहद: अदरक और शहद दो प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं जो गले की खराश को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह उपाय विशेष रूप से सर्दियों और मौसम में बदलाव के समय गले की तकलीफ से राहत प्रदान कर सकते हैं। अदरक के रस का सेवन गले की खराश में तुरंत आराम पहुंचा सकता है। अदरक में एंटी-इनफ्लैमेटरी गुण होते हैं जो गले की सूजन और खराश को कम कर सकते हैं। शहद, जिसमें ऐंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, गले के संक्रमण के खिलाफ लड़ सकता है। अदरक के छोटे टुकड़ों को छीलकर कद्दूकस करें और उनमें शहद मिलाकर पीने से गले की खराश और दर्द में राहत मिल सकती है। आप इसे दिन में कई बार कर सकते हैं। हालांकि यह एक प्राकृतिक उपाय है, यदि गले की खराश या दर्द गंभीर हो और दिनों तक बना रहता है, तो डॉक्टर की सलाह लें।
- मुलेठी: मुलेठी गले के लिए एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपचार होती है, खासकर जब गले में खराश या दर्द होता है। मुलेठी का छोटा सा टुकड़ा मुंह में डालकर धीमे-धीमे चूसने से गले के इंफ्लेमेशन को कम किया जा सकता है और दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम कर सकते हैं और खराश से आने वाले दर्द को सुखद बना सकते हैं। इसके अलावा, मुलेठी का मनस्तर कफ को भी कम कर सकता है, जिससे खांसी और बलगम की समस्या को भी दूर किया जा सकता है। यदि आपको गले में खराश और दर्द की समस्या है, तो आप मुलेठी का उपयोग करके आराम पा सकते हैं। ध्यान दें कि यह केवल आपके लिए एक अस्थायी उपाय होता है, और यदि समस्या बिगड़ती है या बनी रहती है, तो आपको चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए।
- तुलसी का काढ़ा: गले की खराश और दर्द को कम करने के लिए तुलसी के काढ़े का सेवन किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन और खराश को कम कर सकते हैं। तुलसी का काढ़ा तैयार करने के लिए, आप एक बर्तन में पानी को तेज आंच पर उबालें। दूसरी तरफ, एक मिक्सर में लौंग, काली मिर्च और दालचीनी को पीस लें। अब कुछ तुलसी के पत्तों के साथ इस पीसे हुए मसाले को बर्तन में डालकर उबालें। जब तुलसी का काढ़ा तैयार हो जाए, तो इसे ठंडा कर लें और छानकर पी सकते हैं। इसे दिन में कई बार पीने से गले की खराश में आराम मिलता है और दर्द कम होता है।
- काली मिर्च: काली मिर्च को गले की खराश, खांसी या जुकाम के लिए एक घरेलू उपचार के रूप में जाना जाता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण गले के सूजन और खराश को कम करने में मदद करते हैं। खासकर जब इसका सेवन मिश्री के साथ किया जाता है, तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। काली मिर्च पाउडर और मिश्री को बराबर मात्रा में लें और इसे मिलाकर एक बंद डिब्बे में रख लें। जब गले में खराश हो, तो आप इस मिश्रण की थोड़ी सी मात्रा को दिन में दो-तीन बार ले सकते हैं। इसका सेवन गले के दर्द और खराश को कम कर सकता है और आपको आराम पहुँचा सकता है। कृपया ध्यान दें कि यदि गले की समस्या गंभीर है या दिक्कत बढ़ जाती है, तो आपको चिकित्सक सलाह लेना चाहिए।
- गरारे करें: गले की खराश और दर्द के लिए एक सामान्य उपाय है गरारे करना। इसके लिए आपको पानी में एक दो चुटकी नमक डालना होगा, फिर पानी को हल्का गरम करना होगा। इसके बाद, आपको एक गिलास गुनगुने पानी से लगभग पांच मिनट तक गरारे करना होगा। इस क्रिया को कुछ बार दिन में बार-बार दोहराएं, खासकर जब आपको गले में खराश और दर्द महसूस होता है। गरारा करने से गले की सूजन कम होती है और गले के दर्द को भी आराम मिल सकता है। यह एक सामान्य और बिना किसी साइड इफेक्ट्स के घरेलू उपाय है जो गले की खराश और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। यदि समस्या बिगड़ जाती है या बनी रहती है, तो आपको चिकित्सक से सलाह लें।
यदि गले की खराश या दर्द लंबे समय तक बनी रहती है, तो अपने डॉ से सलाह लेनी चाहिए।
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गले की खराश के लिए टेबलेट:-
गले की खराश को ठीक करने के लिए कुछ टैबलेट्स भी उपलब्ध हैं, जो आपको आपके चिकित्सक की सलाह पर उपयोग करनी चाहिए। यहां कुछ टैबलेट्स के नाम के बारे में जानकारी दी जा रही है:
- Strepsils Blister Quick Relief Tablet
- Ayush Kanthika Gale Ki Dawa
- Cipla Cofsils Scratchy Throat Lozenges
- Multani Kuka Cough Tulsi Lozenges
- Multani Kuka Ayurvedic Tonsil Tablet
- Velbiom EnKor-D Sore Throat Powder
- Charak Pharma Kofol Chewable Tablet
- Curkey Natural Curcumin Extract Pastilles
- Phyto Relief Natural Immunity Booster
कृपया ध्यान दें कि किसी भी दवा का सेवन केवल डॉक्टर के परामर्श और पर्चे के अनुसार करें और डॉक्टर द्वारा निर्धारित मात्रा और समयानुसार लें।
गले में दर्द से तुरंत राहत:-
गले में दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय:
- नमक वाले पानी से गरारे: गले में खराश और दर्द के उपचार के लिए नमक के पानी से गरारे करना फायदेमंद होता है। यह सूजन को कम करने में मदद कर सकता है और गले को शांति प्रदान कर सकता है। इसके लिए, एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं और इसे 30 सेकंड के लिए अच्छी तरह से घोल लें। फिर इस पानी से गरारे करें, जिससे गले की सूजन कम हो सके और दर्द में राहत मिले। यह प्रक्रिया दिन में कई बार दोहराई जा सकती है, खासकर सोने से पहले गले में दर्द के लक्षणों को कम करने के लिए यह एक कारगर उपाय है। नमक के पानी से गरारा करना सुरक्षित होता है और यह एक सामान्य और साबित प्रभावी घरेलू उपाय है जो गले के रोगों के इलाज में मदद कर सकता है।
- हल्दी: हल्दी एक ऐसी औषधि है जिसका उपयोग हम अक्सर बीमारियों को ठीक करने में करते हैं, खासकर गले में दर्द के लिए। मौसम में परिवर्तन के कारण गले में दर्द आम समस्या हो सकती है, इस समय हल्दी के साथ शहद का सेवन करने से गले के दर्द में तुरंत राहत मिल सकती है। आप हल्दी को गर्म दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं, जो दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। हल्दी हमारे शरीर के दर्द को कम करने में मदद करती है, इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गले के वायरस, बैक्टीरिया और फंगस के खिलाफ कार्यकारी साबित होता है। यह गले के संक्रमण को कम करने और गले की सूजन को शांत करने में मदद करता है।
- लहसुन: आमतौर पर, लहसुन हमारे घर में उपलब्ध होता है और यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और येसिलिन नामक ओर्गानोसल्फर यौगिक भी पाया जाता है। इसके कारण, यह कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और संक्रमण से लड़ने की क्षमता रखता है। लहसुन गले के दर्द से तुरंत राहत पाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लैमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो गले के सूजन और इन्फेक्शन को कम कर सकते हैं। एक प्याला पानी में कुछ कटी हुई लहसुन की कलियाँ डालें और उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इस सूप को पीने से गले के दर्द में आराम मिल सकता है।
- सेब का सिरका: सेब के सिरके में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण गले में मौजूद इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकते हैं और गले में बलगम को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। यह एक घरेलू नुस्खा है जो सामान्य गले की समस्याओं के इलाज के लिए आमतौर पर प्रयुक्त होता है, लेकिन यदि समस्या गंभीर है या बनी रहती है, तो आपको चिकित्सक से सलाह लें। अगर आप कभी गले में दर्द या इंफेक्शन के संकेतों को महसूस करते हैं, तो आप घरेलू उपाय के रूप में सेब के सिरके का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए, आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब के सिरके को मिलाकर पी सकते हैं।
- मुलेठी: मुलेठी, जिसे कई लोग अच्छी तरह से नहीं जानते, वे इसकी महत्ता को नकारते हैं। लेकिन यह एक अत्यंत उपयोगी औषधि है, खासकर गले की खराश और इन्फेक्शन को कम करने के लिए। मुलेठी को “रामबाण” औषधि माना जाता है, क्योंकि इसके गुण सुदृढ़ता से लड़ते हैं। मुलेठी का उपयोग करने के लिए, आपको सोते समय मुलेठी का छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखकर चबाना पड़ता है। ऐसा करने के तुरंत बाद, आप देखेंगे कि सुबह तक आपके गले के इंफेक्शन में सुधार हुआ है। मुलेठी वायरस और बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ने में काफी प्रभावी होती है और इससे गले के दर्द में तुरंत राहत मिल सकती है। इस तरह, मुलेठी गले की समस्याओं के उपचार के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकती है और इसका इस्तेमाल गले में दर्द और इंफेक्शन से राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है।
- अदरक: अगर आपको किसी इन्फेक्शन ये संक्रमण के कारण गले में दर्द है, तो आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए, आपको सुबह उठने के बाद अदरक को पीसकर रस निकाल लें और एक चम्मच शहद के साथ पी सकते हैं, जिससे आपके गले के दर्द में काफी राहत मिल सकती है। यह तरीका विशेषकर सर्दियों से गले में दर्द को दूर करने के लिए कारगर है। अदरक और शहद का मिश्रण गले में दर्द को कम करने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकता है, क्योंकि अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लैमटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। शहद भी गले की सूजन को कम करने और दर्द को शांत करने में मदद करता है।
यदि गले में दर्द बार-बार हो रहा है और यह लंबे समय तक बना रहता है, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि इसकी पीछे किसी अन्य समस्या का भी कारण हो सकता है।
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FAQ
Ques-1 गले में खराश में दूध पी सकते हैं?
गले में खराश में दूध पी सकते हैं। गर्म दूध या हल्दी मिलाया हुआ दूध खासकर गले में दर्द और खराश को कम करने में मदद कर सकता है।
Ques-2 गले में खराश कब तक रहती है?
आमतौर पर, गले में खराश कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताहों तक बनी रह सकती है।
Ques-3 क्या दही गले में खराश के लिए अच्छा है?
दही गले में खराश के इलाज के लिए एक सामान्य घरेलू उपाय हो सकता है। इसके पोषणीय गुण सूखी खराश को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह एक प्रकृतिक प्रोबायोटिक है जो आपके पाचन सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान कर सकता है।
Ques-4 क्या गले की खराश में चावल खा सकते हैं?
आप गले की खराश में चावल खा सकते हैं। चावल सूखे खासकर खराश और खांसी के इलाज में मदद कर सकता है।
Ques-5 गले में इंफेक्शन कितने दिन तक रहता है?
गले में इंफेक्शन की अवधि इंफेक्शन के कारण और उपचार की प्रकृति पर निर्भर करती है। आमतौर पर, गले में इंफेक्शन कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक चल सकता है, लेकिन यह भी समय के साथ स्वयं ही ठीक हो सकता है।