आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बदलते समय, अधिक काम और दबाव के कारण, तनाव एक बड़ी समस्या बन चुका है। तनाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, और यह एक बीमारी के रूप में भी प्रकट हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। चिकित्सा विज्ञान भी इस तथ्य को स्वीकार करता है कि तनाव अन्य बीमारियों के लिए एक निमंत्रण प्रदान कर सकता है।
तनाव व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, जैसे कि उच्च रक्तचाप, मानसिक परेशानी और नींद की समस्याएँ। इसके अलावा, यह कुछ बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है जैसे: मधुमेह, मानसिक रोग, ह्रदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ। आज इस लेख में हम आपको मानसिक तनाव दूर करने के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देगें, जो आपको इस समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं।
तनाव को नियंत्रित करने के लिए आपको ध्यान, योग और स्वस्थ जीवनशैली की ओर बढ़ने के लिए प्रयासरत रहने की आवश्यकता होती है। यह न केवल आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि आपकी जीवनशैली को भी सुधारता है।
मानसिक तनाव दूर करने के घरेलू उपाय:- (Tension Kaise Dur Kare)
मानसिक तनाव और स्ट्रेस आजकल की जीवनशैली का हिस्सा बन गए हैं और इन्हें नियंत्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ घरेलू उपाय हैं जो मानसिक तनाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं जैसे:
- हरी चाय का सेवन करें: हरी चाय, जिसे इंग्लिश में ग्रीन टी कहते है। यह एक स्वास्थ्यवर्धक पेय है जिसमें अनगिनत गुण होते हैं। जब इसे शहद और नीबू के साथ मिलाकर पिया जाता है, तो इसके सेहत के प्रति लाभ बढ़ जाते हैं और यह तनाव को दूर करने में भी मददगार होता है। हरी चाय एक श्रेष्ठ एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। जब हम हरी चाय को शहद के साथ मिलाते हैं, तो इसका स्वाद न केवल बेहद स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है और तनाव को कम करने में मदद करता है। नींबू के सेवन से हमारे शरीर को विटामिन सी की आपूर्ति मिलती है, जो तनाव को कम करने में मददगार हो सकता है और शहद के गुण भी तनाव से निपटने में मदद कर सकते हैं।
- अश्वगंधा का प्रयोग करें: अश्वगंधा का इस्तेमाल करने से कॉर्टिसोल के उत्पादन को कम किया जा सकता है और यह तनाव को कम करने में मददगार हो सकता है। कॉर्टिसोल को आमतौर पर तनाव का हार्मोन भी कहा जाता है। क्योंकि इसके अधिक उत्पादन से व्यक्ति में तनाव का स्तर बढ़ सकता है, जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। अश्वगंधा न केवल इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है, बल्कि इसका प्रयोग न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए भी किया जाता है। इसका सेवन रात को सोने से पहले अश्वगंधा पाउडर को गर्म दूध में डालकर किया जाता हैं। ऐसा करने से न केवल आपको अच्छी नींद आती है, बल्कि आप तनाव से मुक्त भी रहते हैं।
- तुलसी के पत्ते: तनाव को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए, आपको रोज सुबह उठकर तुलसी के पत्तों को चबाना चाहिए। तुलसी के पत्तों का स्वाद आपके मुंह को ताजगी देगा और तनाव को कम करने में मदद करेगा। इसके अलावा, आप कुछ तुलसी के पत्तों को गर्म पानी में डालकर, उन्हें उबालकर उस पानी का सेवन भी कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को तुलसी का काढ़ा बनाना कहा जाता है और इसका सेवन शारीरिक विकारों को दूर करने में मदद कर सकता है। तुलसी चाय के माध्यम से आप अपने दिमाग को तरो-ताजा रख सकते हैं। तुलसी की चाय के अंदर वायरस और बुखार को दूर करने वाले गुण होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
- शंखपुष्पी का उपयोग करें: शंखपुष्पी आयुर्वेद में काफी प्रमुख और लोकप्रिय औषधि है जिसका मानसिक स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव होता है। इसका उपयोग मानसिक शांति को प्राप्त करने और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है। शंखपुष्पी के सेवन से नींद में सुधार होता है और यह व्यक्ति को अधिक ताजगी से भरपूर नींद का आनंद दिलाता है। यह दिमाग को विशेष रूप से शांति और आराम मिलाता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। शंखपुष्पी का सेवन करने से याददाश्त में सुधार आता है और यह एकाग्रता शक्ति को भी बढ़ावा देता है, जिससे कार्यों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है।
- सिर की मसाज करें: मसाज के माध्यम से खुद को रिलैक्स किया जा सकता है। यह एक प्रमुख और प्रभावी तरीका है तनाव को कम करने का। यह न केवल नींद को बढ़ाता है, बल्कि आप पैरों की मालिश करवाने के द्वारा तनाव को भी दूर कर सकते हैं। तिल के तेल का उपयोग करके आप हर दिन सोने से पहले अपने बालों की मालिश कर सकते हैं। इस तरीके से मालिश करने से आपको गहरी नींद और आराम मिलता है और आपको अनिद्रा की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही, यह तनाव की समस्या से भी निजात दिलाने में मदद करता है।
- ब्राह्मी का इस्तेमाल: ब्राह्मी, एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग करने से मानसिक अशांति को दूर किया जाता है। यह तनाव को दूर करने में बेहद मददगार होता है और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। ब्राह्मी का इस्तेमाल एक या दो चम्मच किया जा सकता है। यदि आप इसे दो-तीन महीने तक नियमित रूप से करते हैं, तो तनाव की समस्या में सुधार आ सकता है। हमें याद रखना चाहिए कि हर व्यक्ति के शरीर की तासीर अलग होती है, इसलिए इसके सेवन से पहले एक पेशेवर डॉक्टर की सलाह लेना उत्तम होता है। ब्राह्मी एक प्राकृतिक उपाय है, जिसका सेवन सबके लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर जिन्हें मानसिक तनाव या याददाश्त में समस्या होती है।
- पर्याप्त नींद लें: नियमित और पर्याप्त नींद लेना मानसिक तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। नींद के दौरान हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण सुधार कार्यान्वित होते हैं। यदि हम पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो हमारा मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है जिससे हम तनाव, चिंता और थकान महसूस कर सकते हैं। सामान्यत युवा और वयस्क व्यक्ति के लिए, लगभग 7-9 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। यह समय आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए काफी होता है। सही नींद लेने से हमारा मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है, तनाव कम होता है, मानसिक स्थिति बेहतर होती है और हमारी क्षमता में सुधार होता है, जिससे हम अपने दिनचर्या को सही तरीके से निभा सकते हैं।
- योग और आसन: योग और आसन करने से शारीरिक और मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है। योगासन आपके मन को स्थिर और सुखमय बना सकते हैं। योग की प्रैक्टिस आपको तनाव से राहत दिलाने में मदद कर सकती है, और यह शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारती है। योगासनों की प्रैक्टिस के द्वारा आप अपने मानसिक स्थिति को स्थिर कर सकते हैं और अपने शारीरिक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, योग आपके स्वास्थ्य को और भी बेहतर बनाने में मदद कर सकता है, जिसमें ब्लड प्रेशर कम करना, मानसिक चिंता को कम करना और शारीरिक तंदुरुस्ती को बनाए रखना शामिल होता है।
Note: अगर आपका तनाव या डिप्रेशन गंभीर है, तो डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है। वे आपको उचित उपाय और चिकित्सा निर्देश प्रदान कर सकते हैं।
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टेंशन दूर करने का मंत्र:-
रात को अच्छी नींद पाना हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। तनाव, टेंशन या अन्य तरह की मानसिक परेशानियों के कारण कई बार लोग रात को नींद नहीं पा पाते हैं। ऐसे समय में कुछ लोग मंत्र जपकर या ध्यान करके तनाव को कम करने और नींद को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। टेंशन को दूर करने के लिए कुछ मंत्र होते हैं जो आप अपने जीवन में अपना सकते हैं, ऐसा मंत्र है:
“ॐ शान्ति”
जिसका जाप करने से आपका मन शांत होता है और तनाव कम होता है। आप इस मंत्र को ध्यान में बैठकर या रिक्त स्थान पर बैठकर जप सकते हैं। इसके अलावा, “ॐ” का जाप भी तनाव को कम करने में मददगार हो सकता है।
“ॐ भूर्भुव: शुः तत सवेतुर भ्रेनियम भार्गोदेव्स धीमही दियो योना परचो दियात”
यह मंत्र एक प्राचीन संस्कृत मंत्र है, यह मंत्र से माना जाता है कि इसका उच्चारण करने से मानसिक तनाव कम हो सकता है और नींद बेहतर हो सकती है।
किसी भी मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से मानसिक चैन और सांत्वना मिल सकता है, और आपको तनाव से राहत मिल सकती है।
ज्यादा टेंशन लेने से कौन सी बीमारी होती है:-
ज्यादा टेंशन और स्ट्रेस के कारण कई प्रकार की बीमारियाँ हो सकती हैं जैसे:
- मानसिक समस्याएं: ज्यादा टेंशन और स्ट्रेस आपकी मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि डिप्रेशन (depression), अधिक चिंता (anxiety), और दिमागी परेशानियां।
- हृदय रोग: लम्बे समय तक टेंशन लेने से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ सकती है, क्योंकि यह रक्तचाप को बढ़ा सकता है और लिपिड प्रोफाइल (कोलेस्ट्रॉल और ट्रिग्लिसराइड) को प्रभावित कर सकता है।
- पेट संबंधित समस्याएँ: तनाव और स्ट्रेस जीवनशैली से पेट संबंधित समस्याओं को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि आपच, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल अल्सर, और आईबीएस (आईरिटेबल बोवेल सिंड्रोम)।
- डायबिटीज: टेंशन के कारण रक्त शर्करा स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे डायबिटीज के खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
- इम्यून सिस्टम की कमजोरी: लम्बे समय तक के तनाव लेने के कारण आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है।
- नींद की समस्याएँ: टेंशन के कारण नींद नहीं आने की समस्याएँ, जैसे कि इंसोम्निया हो सकती हैं।
- शारीरिक समस्याएँ: टेंशन से शारीरिक समस्याएँ भी हो सकती हैं, जैसे कि उच्च रक्तचाप (hypertension), मांसपेशियों की कमजोरी, और सिरदर्द।
इसलिए स्ट्रेस और टेंशन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और उसे दूर करने के उपायों को अपनाना चाहिए, जैसे कि योग, मेडिटेशन, व्यायाम और सही आहार। यदि आपको लगता है कि आपका टेंशन या स्ट्रेस कंट्रोल नहीं हो रहा है, तो एक डॉ से मदद लेना भी बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।
टेंशन दूर करने की आयुर्वेदिक दवा:-
टेंशन को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवाएँ मददगार साबित हो सकती हैं, लेकिन ध्यान दें कि आयुर्वेदिक उपचार के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा होता है। आपके टेंशन के कारणों और लक्षणों के आधार पर डॉक्टर आपको सही दवाएँ और खुराक की सलाह देगें।
- आश्वगंधा (Ashwagandha): आश्वगंधा एक प्राकृतिक औषधि है जो तनाव और स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकती है। इसके सेवन से शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
- ब्रह्मी (Brahmi): ब्रह्मी एक अन्य प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो मानसिक तनाव को कम करने और मस्तिष्क को शांति प्रदान करने में मदद करती है।
- त्रिफला (Triphala): त्रिफला एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है जो पाचन को सुधारने और टॉनिक के रूप में उपयोग किया जाता है, जिससे तनाव कम हो सकता है।
- शंखपुष्पी (Shankhpushpi): यह एक अन्य जड़ी-बूटी है जिसे मेमोरी बढ़ाने और मानसिक तनाव को कम करने के लिए जाना जाता है।
- योग और प्राणायाम: आयुर्वेद में योग और प्राणायाम को टेंशन को कम करने के उपाय के रूप में स्वीकार किया गया है। योग और प्राणायाम द्वारा आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं और तनाव को कम कर सकते हैं।
ध्यान दें कि इन आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें, क्योंकि इन दवाओं के साथ-साथ अन्य और उपायों को अपनाने की आवश्यकता हो सकती है।
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FAQ
Ques-1 टेंशन में क्या पीना चाहिए?
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो टेंशन को कम कर सकते हैं।
Ques-2 कौन सा जूस तनाव को कम करता है?
संतरे और अंगूर का रस विटामिन सी से भरपूर होता है, जो मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार होता है।
Ques-3 क्या चाय पीने से तनाव बढ़ता है?
चाय में मौजूद कैफीन के कारण अधिक मात्रा में चाय पीने से कुछ लोगों का तनाव बढ़ सकता है। कैफीन एक स्टिमुलेंट होता है जो संवेगनात्मक प्रतिक्रियाओं को बढ़ा सकता है और मानसिक स्थिति पर प्रभाव डाल सकता है।
Ques-4 क्या केले चिंता में मदद करते हैं?
केले में विटामिन बी6 और फोलेट होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। केलों में मैग्नीशियम भी होता है, जो तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। मैग्नीशियम एक प्राकृतिक एंटी-स्ट्रेस खनिज होता है और मानसिक स्थिति को सुधारने में सहायक हो सकता है।
Ques-5 क्या चिंता से गैस हो सकती है?
चिंता और तनाव के कारण आपके पाचन क्रियाओं में बदलाव हो सकता है, जैसे कि आपके पेट की जठर में अतिरिक्त एसिडिटी का निर्माण हो सकता है, जिससे गैस बन सकती है।