लो बीपी की समस्या से परेशान हैं? यहाँ जानें लो बीपी के लक्षण और इलाज के बेहतरीन तरीके

Low Bp: आज की खराब जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से लो बीपी की समस्या तेजी से बढ़ रही है। लो बीपी अर्थात लो ब्लड प्रेशर। यह अवस्था तब होती है जब एक व्यक्ति का ब्लड प्रेशर सामान्य लेवल से कम होता है। सामान्यत यदि रक्तचाप 90/60 mmHg से कम हो जाए, तो उसे लो बीपी कहा जाता है। ऐसी स्थिति में धमनियों में खून का दबाव कम हो जाता है और रक्तसंचार धीमा हो जाता है। खराब खाद्य पदार्थों का सेवन, अधिक तनाव, ज्यादातर  बैठकर काम करना, अल्कोहल और तंबाकू का अधिक सेवन, कम व्यायाम करना आदि के कारण लो बीपी की समस्या तेजी से बढ़ रही है।

इन चीजों से दिल की समस्याएं, किडनी की समस्या, खून की कमी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह अक्सर थकान होना, चक्कर आना, भूख की कमी, मतली या उल्टी, सिर में भारीपन, कमजोरी जैसे लक्षणों के साथ दिखाई देता है। लो बीपी की वजह से रक्तसंचार में कमी होती है और इसके परिणामस्वरूप शरीर को आवश्यक ऑक्सीजन और पोषण प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। जनसेहत के इस लेख में आज हम लो बीपी के लक्षण और इलाज के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देगें।

लो बीपी के लक्षण और इलाज

लो बीपी कितना होना चाहिए:-

आमतौर पर बीपी का सामान्य लेवल 120/80 होता है। अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे आ जाता है तो इसे हम लो बीपी कह सकते है। यदि आपका लो बीपी की समस्या निरंतर है और इसके कारण आपको किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होती है, तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि आपको लो बीपी के लक्षणों का अनुभव होता है या आप चिंतित हैं, तो आपको एक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वे आपके स्वास्थ्य और रक्तचाप से संबंधित सही दवाइयां दे सकते हैं।

लो बीपी के लक्षण:-  (Bp Low Ke Lakshan)

बीपी लो होने पर आपको निम्नलिखित दिख सकते है जैसे:

  • चक्कर आना या अस्थिरता महसूस करना
  • ताकत की कमी या कमजोरी महसूस करना
  • सिरदर्द का अनुभव करना
  • आंखों के सामने धुंधला या अंधेरा छाना
  • सांस लेने में तकलीफ होना
  • दिल की धड़कन कम होना
  • अत्यधिक थकान होना
  • चेहरे, हाथ या पैरों में सूजन आना
  • छाती में दबाव या दर्द का अनुभव करना
  • कुछ भी अच्छा ना लगना
  • नींद की समस्या

यदि आपको ये लक्षण महसूस होते हैं तो आपको चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और अपनी बीपी की जांच करवानी चाहिए।

बीपी लो क्यों होता है:- (Bp Low Kyu Hota Hai)

लो ब्लड प्रेशर (लो बीपी) कई कारणों से हो सकता है जैसे:

  • दवाओं का प्रभाव: कुछ दवाओं के सेवन से भी ब्लड प्रेशर में कमी हो सकती है, जैसे कि ब्लड प्रेशर नियंत्रक दवाएं, दिल के रोगों के लिए दवाएं, या रक्तशोधक दवाएं।
  • दिल की समस्याएँ: दिल की समस्याएँ जैसे कि दिल की कमजोरी या अन्य दिल की बीमारियां लो बीपी का मुख्य कारण बन सकती हैं।
  • अन्य बीमारियाँ: कुछ बीमारियाँ जैसे कि मधुमेह, हृदय रोग, पार्किंसंस रोग, खून की कमी, एलर्जी या गंभीर रक्तस्राव की स्थिति में लो बीपी का कारण बन सकती हैं।
  • गर्भावस्था: कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान लो बीपी हो सकता है, जिसे गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है।

लो ब्लड प्रेशर के पीछे और अन्य कारण भी हो सकते हैं, इसलिए यदि आपको लो बीपी के लक्षण महसूस हो रहें हैं तो आपको एक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए जो आपकी स्थिति का निदान कर सकते हैं और उचित उपचार का सुझाव दे सकते हैं।

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लो ब्लड प्रेशर में क्या खाएं:- (Bp Low Me Kya Khaye)

लो ब्लड प्रेशर की समस्या में निम्नलिखित चीजों का सेवन करना उपयुक्त हो सकता है:

  • लहसुन: लहसुन के गुणों के कारण यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
  • केला: बानने में हाई पोषक तत्व और पोटैशियम की अच्छी मात्रा होने के कारण, केला लो ब्लड प्रेशर में सुधार कर सकता है।
  • खजूर: खजूर में पाए जाने वाले पोटैशियम, मैग्नीशियम, और अन्य पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  • पालक: पालक में मौजूद तत्व नाइट्रेट नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
  • तुलसी: तुलसी में पाए जाने वाले विशेष गुण लो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  • कॉफी: लो ब्लड प्रेशर के लिए कॉफी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। कॉफी में मौजूद कैफीन एक स्तिमुलेंट होता है जो दिल की धड़कन को तेज करने की क्रिया करता है। यह आपके रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को बढ़ा सकता है।
  • खरबूजा: खरबूजा में पोटैशियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होने के कारण इसे लो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी माना जाता है।
  • लिकोरिस-टी: यह एक प्रकार की जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद ग्लाइसाइरीज़ाइड्स नामक तत्व शरीर में एलडोस्टेरोन नामक हार्मोन के गतिविधियों को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है।

इन चीजों का सेवन करने से पहले एक डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है, क्योंकि हर व्यक्ति की आवश्यकताएं और स्वास्थ्य स्तर अलग हो सकते हैं। विशेषज्ञागण आपके लिए सही उपाय और आहार के समय के बारे में सलाह देने में सहायता कर सकते हैं।

बीपी लो कैसे ठीक होता है / लो बीपी का इलाज:-

बीपी लो को ठीक करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं जैसे:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: अत्यधिक वजन बीपी को बढ़ा सकता है, इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए सही आहार लें और नियमित शारीरिक गतिविधि करें।
  • नियमित व्यायाम: योग, ध्यान, दौड़ना, सूर्य नमस्कार, तैराकी आदि जैसे नियमित शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं। यह मदद करेगा रक्तचाप को संतुलित रखने में।
  • स्वस्थ आहार: संतुलित और पौष्टिक आहार लें। मसालेदार और तली हुई चीजों से बचें। हाई सोडियम खाद्य पदार्थों, चीनी, तेल, और मिठाइयों का सेवन कम करें।
  • स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस को कम रखने के लिए योग, मेडिटेशन और ध्यान करें। इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित रहेगा।
  • तंबाकू और शराब का सेवन करें: तंबाकू और शराब का सेवन बीपी को अधिक बढ़ा सकता है। इन्हें पूरी तरह से छोड़ने का प्रयास करें।

डॉक्टर की सलाह पर ही दवाओं का सेवन करें। अपने चिकित्सक की सलाह पर रक्तचाप कम करने के लिए दवाएं लें। उन्हें सही मात्रा और समय पर लें।

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बीपी लो के घरेलू उपाय:-

यदि आपको लो ब्लड प्रेशर है, तो आप निम्नलिखित घरेलू उपायों का उपयोग कर सकते हैं जैसे:

  • नमक का सेवन ज्यादा करें: खाने में नमक की मात्रा बढ़ाएं आप अपने खाने में थोड़ा ज्यादा नमक डाल सकते हैं, जैसे कि सब्जियों, दालों और सूप में। इससे आपकी रोजमर्रा की नमक की मात्रा बढ़ सकती है। इसके साथ दिन भर में कई बार नमकीन पानी पिएं। इसके लिए, गुनगुना पानी लें और उसमें थोड़ा सा नमक और देसी गुड़ मिलाएं। इस प्रकार आप अपनी नमक की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
  • बादाम दूध: रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में कुछ भीगे हुए बादाम डालें। इसे अच्छी तरह से मिक्स करें और पी लें। यह आपके नींद को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और शांतिदायक प्रभाव देने में सहायक हो सकता है। नियमित रूप से बादाम दूध का सेवन करें। बादाम दूध में बादाम का प्राकृतिक गुणधर्म होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह माना जाता है कि इसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स भी बीपी को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
  • तुलसी के पत्ते: तुलसी के पत्तों को सुबह खाली पेट चबाकर खाएं। इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित हो सकता है और बीपी कम करने में मदद मिल सकती है। तुलसी के पत्तों की चाय बनाएं और इसे नियमित रूप से पीएं। इसके लिए, पत्तियों को पानी में उबालें और इसे एक कप में छानकर पीएं। आप इसे चीनी के साथ भी पी सकते हैं, जो बीपी को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। तुलसी के पत्तों में विटामिन सी, विटामिन ए, और खनिजों का उच्च स्तर होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है और शांतिदायक प्रभाव देने में सहायक होती है।
  • निम्बू पानी: बीपी लो के लिए निम्बू पानी एक आसान और प्रभावी घरेलू उपाय हो सकता है। निम्बू पानी को तैयार करने के लिए निम्बू का रस निकालकर गर्म पानी में मिलाएं। निम्बू पानी को खाली पेट पीने से बीपी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। निम्बू पानी में विटामिन सी की मात्रा होती है जो रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। यह ऊर्जा और ताजगी देने वाला होता है, जिससे शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
  • काली मिर्च: एक गिलास गर्म पानी में थोड़ी सी काली मिर्च का पाउडर मिलाएं। इसे अच्छी तरह से मिक्स करें और इसे रोजाना खाली पेट पीएं। काली मिर्च को खाने में शामिल करें। आप इसे सब्जियों, सूप, सलाद और अन्य व्यंजनों में डाल सकते हैं। काली मिर्च में मौजूद कैपसैसिन नामक तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। यह रक्त वाहिकाओं को सही करने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को सामान्य करने में सहायता प्रदान कर सकता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श करें और वे आपके स्थिति के अनुसार सही मात्रा और तरीके का निर्देश देंगे।
  • सूखी अंजीर का सेवन: सूखी अंजीर का सेवन बीपी लो (निम्न रक्तचाप) को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है। आप दिन में कुछ सूखी अंजीर खा सकते हैं या उन्हें रात को पानी में भिगोकर सुबह उठने के बाद खा सकते हैं। अंजीर में पोटैशियम, मैग्नीशियम, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, इससे पहले आपको अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि हर व्यक्ति के शरीर और स्वास्थ्य की आवश्यकताओं में अंतर हो सकता है।

ध्यान दें कि ये घरेलू उपाय केवल सामान्य बीपी में मदद कर सकते हैं। यदि आपकी स्थिति गंभीर है या आप दवा ले रहे हैं, तो इन उपायों को अपने चिकित्सक से परामर्श के बाद ही आजमाएं।

बीपी लो में कौन सा फल खाना चाहिए:-

बीपी लो में निम्नलिखित फलों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है जैसे:

  • सेब: सेब में उच्च पोटेशियम मात्रा होती है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
  • केला: केला भी पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो ब्लड प्रेशर को ठीक करने में सहायक हो सकता है।
  • खजूर: खजूर में अनेक पोषक तत्व होते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  • एवोकाडो: एवोकाडो फल में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो लो बीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • अंगूर: अंगूर में पोटेशियम, फाइबर और विटामिन सी होता है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में सहायता प्रदान कर सकता है।
  • नारंगी: नारंगी विटामिन सी और पोटेशियम का अच्छा स्त्रोत होती है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकती है।
  • आंवला: आंवला विटामिन सी का उच्च स्त्रोत होता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

यदि आपको बीपी लो है, तो इन फलों को सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना अच्छा होगा, विशेष रूप से अगर आपको किसी खास डाइट या दवा की सलाह दी गई है। वे आपको आपकी स्थिति के अनुसार सही और व्यक्तिगत सलाह देंगे।

लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे:- (Bp Low Ho To Kya Kare)

लो ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल करने के लिए आप एक छोटा टुकड़ा देसी गुड़, थोड़ा सेंधा नमक और एक निम्बू का रस एक गिलास पानी में मिलाकर घोल तैयार कर लें और रोगी को थोड़े-थोड़े समय पर पिलायें। ऐसा करने से बीपी जल्दी ठीक हो जाता है।

 

बीपी लो होने के नुकसान:-

बीपी लो होने के नुकसान कई हो सकते हैं। यह आपकी सेहत को प्रभावित करके अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है जैसे:

  • हृदय संबंधी समस्याएं: लंबे समय तक कम रक्तचाप के कारण, हृदय संबंधी समस्याएं जैसे दिल की बीमारी, हार्ट अटैक, और आंदरूनी धमनीयों में रुकावट आदि का खतरा बढ़ जाता है।
  • किडनी की समस्याएं: बीपी लो किडनी संबंधी समस्याओं जैसे किडनी संक्रमण, किडनी स्टोन, या किडनी फैलियर का कारण बन सकता है।
  • आँखों की समस्याएं: बीपी लो आँखों की समस्याओं, जैसे कि दृष्टि की कमजोरी और रेटिनोपैथी, का कारक बन सकता है।
  • दिल की गतिविधियों में कमी: बीपी लो से दिल की पंपिंग क्षमता में कमी हो सकती है, जिससे दिल की गतिविधियों में असंतुलन हो सकता है।

यदि आपको लो ब्लड प्रेशर है, तो आपको अपने चिकित्सक के साथ नियमित रूप से जांच और परामर्श करना चाहिए। वे आपकी स्थिति के आधार पर सही उपचार और बदलते आहार की सलाह देंगे।

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FAQ

Ques-1 क्या गैस से बीपी बढ़ता है?

गैस से बीपी बढ़ सकता है। गैस के कारण पेट में दबाव बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए गैस से प्रभावित होने पर बीपी के स्तर का नियमित मापन करना और उपचार के लिए चिकित्सक की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

Ques-2 बीपी लो क्या पीना चाहिए?

नींबू में विटामिन सी होता है, जो लो बीपी को सही करने में मदद कर सकता है। इसलिए एक गिलास पानी में एक निम्बू का रस, थोड़ा सेंधा नमक और देसी गुड़ के छोटे टुकड़े को मिलाकर पीना चाहिए।

Ques-3 क्या ठंडे पानी से लो ब्लड प्रेशर हो सकता है?

हाँ, ठंडे पानी से लो ब्लड प्रेशर हो सकता है। ठंडे पानी पीने से वासोडिलेशन में बदलाव हो सकता है, जिसके कारण ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।

Ques-4 क्या 57 ब्लड प्रेशर नॉर्मल है?

57 ब्लड प्रेशर नॉर्मल नहीं है। आमतौर पर, वयस्कों के लिए नॉर्मल रेंज में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 90 से 120 मिमी ऑफ़्‍ग़्लीन और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 60 से 80 मिमी ऑफ़्‍ग़्लीन होता है। इसलिए, यदि आपका ब्लड प्रेशर 57 है, तो यह निम्न है और आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

Ques-5 क्या बीपी लो होने से मौत हो सकती है?

हां, बीपी लो होने से कुछ गंभीर मामलों में मौत का खतरा हो सकता है। बीपी लो होने के कारण हृदय को जरूरी ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा प्राप्त नहीं होती है, जिससे दिल की दबाव में कमी होती है और व्यक्ति को चेस्ट पेन और दबाव की स्थिति हो सकती है।

 

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