हर्निया रोग क्या है और बिना ऑपरेशन हर्निया का इलाज कैसे करें?  

Hernia in Hindi: हर्निया एक मेडिकल स्थिति है जिसमें शरीर के किसी भाग का बाहर निकलना या फैलना होता है, आमतौर पर मांसपेशियों के कमजोर होने के कारण। हर्निया कई भिन्न प्रकारों में हो सकता है, लेकिन सबसे आम वर्ग पेट क्षेत्र में पाया जाता है। हर्निया विकसित होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे मांसपेशियों की कमजोरी, पुरानी चोट के चलते मांसपेशियों में कमजोरी या भारी सामान उठाने के दौरान दबाव। कुछ मामलों में, हर्निया जन्म से हो सकता है।

हर्निया के लक्षणों में आवर्तन या फैलाव दिखाई देता है, चीजें उठाते समय दर्द या असुविधा और प्रभावित क्षेत्र में भारीपन या दबाव शामिल हो सकते हैं। हर्निया की समय पर पहचान और उपचार महत्वपूर्ण होता है, ताकि यह गंभीर समस्याओं से बचा जा सके। हर्निया का उपचार आमतौर पर सर्जरी द्वारा किया जाता है, जिसमें हर्निया को ठीक किया जाता है और उसे सामान्य स्थान पर वापस लाया जाता है। आज इस लेख में हम बिना ऑपरेशन हर्निया का इलाज कैसे करें, के बारें में जानेगें।

बिना ऑपरेशन हर्निया का इलाज कैसे करें

हर्निया रोग क्या है:-

हर्निया एक बीमारी है जिसमें शरीर की मांसपेशियाँ या ऊतक कमजोर हो जाते हैं, जिससे वे फट जाते हैं या उनमें छेद हो जाता है, और शरीर के अंदर का अंग बाहर निकलता है। हर्निया एक आम बीमारी है जिससे पीड़ित व्यक्ति को चलते, दौड़ते या अपने दैनिक कामों को करते समय दर्द होता है।

ज्यादातर मामलों में हर्निया पेट क्षेत्र में होती है, लेकिन यह जांघ के ऊपर, नाभि, और कमर के आसपास भी हो सकती है। हर्निया का इलाज आमतौर पर सर्जरी होता है, जिसमें डॉक्टर द्वारा एक ऑपरेशन की जाती है ताकि फटे हुए अंग को वापस सामान्य स्थान पर रखा जा सके।

अधिकतर मामलों में हर्निया घातक नहीं होते हैं, लेकिन उन्हें समय इलाज की आवश्यकता होती है। हर्निया का एकमात्र इलाज सर्जरी होता है, जिसमें डॉक्टर फटे हुए ऊतक को ठीक करते हैं और इसे बंद करते हैं। यदि किसी को हर्निया के लक्षण होते हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

पुरुषों में हर्निया के लक्षण:- (Hernia Ke Lakshan)

पुरुषों में हर्निया के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं और इनमें से कुछ मुख्य लक्षण हो सकते हैं जैसे:

  • अंडकोष में सूजन आना
  • चुभन जैसा दर्द जलन महसूस होना
  • अंडकोष के आसपास दर्द महसूस होना
  • खांसने और एक्सरसाइज करने पर दर्द होना
  • पेट के आसपास उभार महसूस होना
  • ग्रोइन के हिस्से में भारीपन लगना
  • उभार के क्षेत्र में दबाव और दर्द होना
  • अंडकोष में टगिंग सनसनी दर्द होना

हर्निया के लक्षण व्यक्ति के शारीरिक स्थिति और हर्निया के प्रकार पर निर्भर करते हैं। यदि किसी को हर्निया के लक्षण दिखाई दें, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

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महिलाओं में हर्निया के लक्षण:- (Hernia Ke Lakshan)

महिलाओं में हर्निया का प्रकार पुरुषों के हर्निया से थोड़ा अलग होता है और इसके लक्षण भी विभिन्न होते हैं। महिलाओं में हर्निया के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:

  • दर्द जो मामूली से तेज हो सकता है
  • हर्निया के आजपास जलन होना
  • पेट में तेज दर्द होना
  • बार-बार उल्टी होना
  • गैस पास करने में तकलीफ होना
  • बुखार होना
  • दिल की धड़कन का बढ़ जाना
  • उभार के चारों ओर लालपन होना

महिलाओं को अपने खुद के शारीरिक लक्षणों का सही समय पर ध्यान देना चाहिए और यदि कोई हर्निया के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉक्टर के सुझाव पर उचित जाँच और उपचार की जरूरत हो सकती है ताकि समस्या को सही समय पर नियंत्रित किया जा सके।

बिना ऑपरेशन हर्निया का इलाज:-

हर्निया का इलाज सिर्फ सर्जरी के माध्यम से ही नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसके शुरूआती स्टेज में आप विभिन्न घरेलू उपायों, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं का इस्तेमाल करके भी इस समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो हर्निया में आपकी मदद कर सकते हैं:

कैमोमाइल चाय –

कैमोमाइल चाय हर्निया के इलाज में मददगार साबित हो सकती है क्योंकि इसमें अनेक गुण होते हैं जो इस समस्या को राहत पहुँचा सकते हैं। कैमोमाइल चाय को हर्निया के उपचार के रूप में प्रयोग करने के लिए आपको इसके अद्भुत गुणों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है। कैमोमाइल चाय में एंटी-इंफ्लामेटरी (दर्द और सूजन को कम करने वाले) गुण होते हैं, जो हर्निया के लक्षणों को कम कर सकते हैं। यह एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय हो सकता है जो बिना किसी दुष्प्रभाव के हर्निया के दर्द को कम कर सकता है। हर्निया से पीड़ित रोगियों के पेट में अक्सर अत्यधिक गैस बनती है, जिससे उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है। कैमोमाइल चाय का सेवन करने से पेट की गैस कम हो सकती है और पेट के दर्द को आराम मिल सकता है।

कैमोमाइल चाय तैयार करने के लिए, आप एक छोटा सा चम्मच सूखे कैमोमाइल के पत्तों को एक कप गर्म पानी में मिलाकर थोड़ी देर तक ढककर रख सकते हैं और फिर चाय को बनाकर इसमें अनुसार शहद मिला सकते हैं। आप इस चाय को दिन में 4-5 बार पी सकते हैं, ताकि आपको हर्निया के दर्द में राहत मिल सके।

सेब के सिरके का उपयोग –

सेब का सिरका हर्निया के इलाज में एक प्रभावी और सामान्य घरेलू उपाय है, क्योंकि इसमें एसिडिक गुण होते हैं जो हर्निया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। सेब के सिरके में एसिडिक गुण मौजूद होता है जो आपके शरीर पर एक क्षारीय प्रभाव छोड़ता है। हर्निया से पीड़ित होने की स्थिति में जब कभी भी आपको एसिडिटी या सीने में जलन होती है, तो आप सेब के सिरके का इस्तेमाल करके अपनी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।

सेब के सिरके का उपयोग करने के लिए एक से दो चम्मच सेब के सिरके को एक ग्लास गुनगुने पानी में मिलाएं और उसे घूंट घूंट करके पीएं। कुछ दिनों तक लगातार ऐसा करने से हर्निया के लक्षणों में काफी हद तक आराम मिल सकता है। हालांकि सेब के सिरके का सेवन हर्निया के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन हर किसी की शारीरिक प्रकृति और परिस्थितियों के आधार पर  चिकित्सा उपाय की आवश्यकता हो सकती है।

अदरक की जड़ –

अदरक को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है और इसमें ढेरों ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो पेट को गैस्ट्रिक एसिड से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। यह हर्निया के कारण उत्पन्न दर्द को भी कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बहुत ही प्रभावी रूप से हर्निया के लक्षणों को कम करने का काम करते हैं। अदरक का उपयोग करने के लिए आप अदरक को पीसकर उसे पानी में मिलाएं और उसे पी सकते हैं। आप चाहें तो कच्चे अदरक का भी सेवन कर सकते हैं। यह आपको हर तरह से हर्निया से आराम दिलाने में मदद करता है।

हालांकि अदरक के सेवन से हर्निया के दर्द में राहत मिल सकती है, लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक प्रकृति और परिस्थितियों के आधार पर व्यक्तिगत चिकित्सा सलाह की आवश्यकता हो सकती है। जब भी संकेत मिले, कृपया एक चिकित्सक से परामर्श करें और वे आपको उपयुक्त उपचार की सलाह देंगे।

मुलेठी –

मुलेठी कफ और खांसी की समस्या को दूर करने के साथ साथ हर्निया का इलाज भी बहुत ही प्रभावशाली रूप से करता है। यह हर्निया के बेहतरीन घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है। हर्निया के उपचार के लिए मुलेठी का सेवन करने से लाभ हो सकता है। मुलेठी में मुक्तिग्रंथियों के बढ़ने को रोकने और पेट की चर्बी को कम करने की क्षमता होती है, जिससे हर्निया की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

मुलेठी के पाउडर को पानी में मिलाकर सेवन किया जा सकता है या फिर इसे अदरक और शहद के साथ मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है। हर्निया के इलाज के लिए, इसे नियमित रूप से सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, हर्निया के इलाज के लिए सर्जरी भी आवश्यक हो सकती है, इसलिए यदि आपको हर्निया की समस्या है, तो सबसे पहले एक चिकित्सक से सलाह लेना अच्छा होगा।

 

बर्फ से सिकाई –

बर्फ की मदद से हर्निया का इलाज बहुत ही सरल और प्रभाावी तरीका हो सकता है। यह एक प्राचीन और प्रसिद्ध घरेलू उपचार है, जिसका उपयोग हर्निया के इलाज में किया जा सकता है। इसके लिए आपको एक सूती कपड़े में बर्फ को रखकर उसे हर्निया के प्रभावित क्षेत्र पर लगाना होगा। इस प्रक्रिया को बर्फ द्वारा किए जाने के कारण आपको तुरंत आराम मिल सकता है और हर्निया के लक्षण जैसे कि सूजन कम हो सकती है। आप इसे दिन में 2-3 बार या जितनी बार आराम की आवश्यकता हो, वैसे कई बार कर सकते हैं।

यह तरीका गर्मियों में अधिक प्रभावी होता है, क्योंकि बर्फ का इस्तेमाल हर्निया के स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है। हालांकि, हर्निया का इलाज व्यक्तिगत होता है और डॉक्टर की सलाह और मार्गदर्शन के साथ ही किया जाना चाहिए। बर्फ का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना अच्छा होगा।

हालांकि, यदि हर्निया गंभीर हो या लक्षण बढ़ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह और उपचार की आवश्यकता होती है। ऑपरेशन इस समस्या का सबसे सामान्य और प्रभावकारी उपचार है, जो डॉक्टर के परामर्श पर किया जाता है।

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FAQ

Ques-1 क्या बिना सर्जरी के हर्निया ठीक हो सकता है?

हालांकि, कुछ मामलों में बिना सर्जरी के भी हर्निया का इलाज किया जा सकता है, खासकर जब हर्निया की स्थिति गंभीर नहीं होती है और यह सामान्य होता है। यह आमतौर पर कुछ घरेलू उपायों, योगाभ्यास और आहार में परिवर्तन के माध्यम से किया जा सकता है।

Ques-2 हर्निया में कौन सा जूस पीना चाहिए?

हर्निया में आप एलोवेरा जूस पी सकते हैं। एलोवेरा जूस आपके पाचन प्रणाली को सुधारने में मदद कर सकता है और अल्सर, इंफ्लेमेशन और दर्द को कम करने में भी सहायक हो सकता है। इसके अतिरिक्त एलोवेरा जूस आपके शारीरिक सुरक्षा प्रणाली को मजबूती देने में भी मदद कर सकता है, जिससे हर्निया के दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है।

Ques-3 हर्निया के लिए कौन सा फल सबसे अच्छा है?

हर्निया के मरीजों के लिए सबसे अच्छा फल पपीता हो सकता है। पपीता एक पोटेंशियली सुधारक होता है जो पाचन प्रणाली को सुधारने में मदद कर सकता है, जिससे हर्निया के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।

Ques-4 वज्रासन वज्रासन हर्निया के लिए अच्छा है?

वज्रासन हर्निया के रोगियों के लिए एक अच्छा योगासन हो सकता है। वज्रासन पेट के दर्द को कम करने, पाचन को सुधारने, और पेट की चर्बी को कम करने में मदद कर सकता है, जिसके कारण यह हर्निया के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

Ques-5 हर्निया किस उम्र में होता है?

हर्निया किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह अधिकतर युवा और मध्यवर्गीय वयस्कों में पाया जाता है। हर्निया के होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें शारीरिक दबाव, वजन बढ़ना, पेट की मांसपेशियों की कमजोरी या सर्जिकल कारण शामिल हो सकते हैं।

 

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