पीलिया क्यों होता है: जानिए पीलिया के लक्षण और पीलिया का इलाज हिंदी में | Jaundice in Hindi

Jaundice in Hindi: पीलिया एक प्रकार का रोग है जिसमें त्वचा और आँखो में पीलापन आ जाता है। यह एक प्रमुख लिवर रोग है जो लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। पीलिया बिलीरुबिन नामक पदार्थ के शरीर में अधिक हो जाने के कारण होता है। बिलीरुबिन नामक पदार्थ के कारण लिवर की कार्य करने क्षमता कम हो जाती है। पूरे शरीर में बिलीरुबिन पदार्थ धीरे-धीरे करके फैल जाता है जिससे उस व्यक्ति को पीलिया रोग की समस्या हो जाती है। यह रोग लिवर की समस्या, गैलब्लैडर में स्टोन, तनाव, विषाक्त खाद्य पदार्थों के सेवन या गर्भावस्था के दौरान हो सकता है। यह रोग आमतौर पर बहुत ज्यादा मात्रा में पीली आँखें, मूत्र में पीलापन, पेट के दर्द, थकान और ऊर्जा की कमी के कारण पहचाना जाता है। जनसेहत के इस लेख में आज हम पीलिया क्यों होता है, जानिए पीलिया के लक्षण और पीलिया का इलाज हिंदी में के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देगें।

पीलिया का इलाज हिंदी

पीलिया के लक्षण:- (Piliya ke Lakshan)

पीलिया रोग होने पर आपको निम्नलिखित लक्षण दिख सकते हैं जैसे:

  • त्वचा और चेहरे का रंग पीला पड़ना
  • आँखो के सफेद हिस्से में पीलापन आना
  • त्वचा में खुजली और सूखापन का अनुभव होना
  • पीले रंग का पेशाब आना
  • मतली और उल्टी की समस्या
  • अधिक थकान और कमजोरी लगना
  • पेट में दर्द और फूला हुआ पेट
  • पेशाब की मात्रा में कमी आना
  • भूख में कमी और वजन घटना
  • चक्कर आना, उलटी, और सिरदर्द

यदि आपको शरीर में ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो आपको जल्द ही अपने डॉ की सलाह लेनी चाहिए और सही इलाज कराना चाहिए।

पीलिया क्यों होता है:-

पीलिया एक प्रकार का रोग है जो हमारे शरीर में मौजूद खून में बिलीरुबिन के स्तर के बढ़ जाने के कारण होता है। बिलीरुबिन एक पचनशील तत्व है जो हेमोग्लोबिन के तोड़ने के बाद बनता है। हेमोग्लोबिन रक्त में प्रमुख आयाम है और यह लाल रक्तकणिकाओं को ऑक्सीजन पहुँचाता है। जब बिलीरुबिन का स्तर शरीर में बढ़ जाता है, तो यह पीलिया के रूप में प्रकट होता है, जिससे त्वचा और आंतरिक अंग पीले रंग में दिखाई देते हैं। इसके कारण रोगी को पेशाब और आँखों के सफेद भागों का पीला होने का अनुभव हो सकता है।

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पीलिया में क्या खाना चाहिए:- (piliya me kya khaye)

पीलिया में आहार का महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि सही आहार शरीर को स्वस्थ रखने और खून में बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। यहां कुछ प्रमुख आहार दिए जा रहे हैं जो पीलिया में सेवन किए जा सकते हैं जैसे:

  • पपीता: पपीता बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें विटामिन सी, ए, और कैरोटिनॉयड होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, सरसों के पत्ते, लौकी, गाजर, टमाटर जैसी हरे पत्तेदार सब्जियां पीलिया में शामिल की जा सकती हैं। ये सब्जियां विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं जो इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
  • अनाज: अनाज जैसे चावल, गेहूं, जौ, बाजरा और मक्का पीलिया में उपयोगी हो सकते हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल होते हैं जो पाचन को सुधारने में मदद करते हैं।
  • आंवला: आंवला में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
  • खीरा: खीरा पीलिया में आराम देने वाला होता है क्योंकि इसमें पानी की अधिक मात्रा होता है जो आपको ताजगी देता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है।
  • संतरा: संतरा विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।

यदि आपको पीलिया है, तो अपने चिकित्सक से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। वे आपको सही आहार योजना और उपाय सुझा सकते हैं जो आपकी स्थिति के अनुसार सही होंगे।

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पीलिया कितने पॉइंट होना चाहिए:-

पीलिया में बिलीरुबिन की मात्रा नॉर्मल रेंज से अधिक होती है। सामान्यतः बिलीरुबिन की मात्रा 0.3 से 1.2 mg/dL के बीच होनी चाहिए। हालांकि, यह मात्रा व्यक्ति के उम्र, लिंग, स्वास्थ्य स्थिति और विशेष परिस्थितियों पर भी निर्भर कर सकती है। इसलिए, पीलिया रोग के लिए डायग्नोसिस और उपचार के लिए एक चिकित्सक की सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पीलिया का इलाज हिंदी:-

पीलिया का इलाज एक विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए। यहां कुछ आम घरेलू उपाय बताए जा रहे हैं जो पीलिया के इलाज में मदद कर सकते हैं जैसे:

  • तुलसी के पत्ते: पीलिया के घरेलू उपचार में तुलसी के पत्ते एक महत्वपूर्ण उपाय माने जाते हैं। तुलसी के पत्तों में विटामिन सी, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो पीलिया के इलाज में मददगार साबित होते हैं। इन पत्तों में मौजूद तत्व बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और पीलिया के लक्षणों को कम करने में सहायता प्रदान करते हैं। तुलसी के पत्तों को धोएं और उन्हें खाने से पहले सुबह-शाम खाएं। आप इनका रस निकालकर भी पी सकते हैं। तुलसी के पत्तों में मौजूद गुण आपके शरीर को शक्ति देते हैं और पीलिया के लक्षणों को कम करने में सहायता प्रदान करते हैं।
  • मूली के पत्ते: पीलिया में मूली के पत्ते एक अच्छा आहार माने जाते हैं। इनमें विटामिन सी, विटामिन के, खनिज तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो पीलिया से ग्रस्त मरीज के लिए उपयोगी होते हैं। मूली के पत्तों को अच्छी तरह से धोकर साफ करें और इन्हें सलाद के रूप में सेवन करें। आप इन्हें अन्य सब्जियों के साथ मिश्रित करके खा सकते हैं या इन्हें खाने के बाद कच्चा गन्ने का रस पी सकते हैं। मूली के पत्ते आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
  • करेले के पत्ते: करेले के पत्ते पीलिया के इलाज में एक प्रमुख रामबाण उपाय माने जाते हैं। इनका सेवन करने से शरीर के अंदर बिलीरुबिन की मात्रा को कम किया जा सकता है। ये पत्ते बिलीरुबिन को शरीर से निकालने में मदद करते हैं। करेले के पत्तों को साफ पानी में धोकर पीस लें और इसका रस निकालें। इस रस को रोजाना खाली पेट पीने का प्रयास करें। इसके अलावा, आप इसे अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर खाने का प्रयास कर सकते हैं। करेले के पत्ते में मौजूद गुणों के कारण, यह पीलिया के लक्षण को कम करने और इलाज में मदद कर सकता है।
  • अरहर के पत्ते: अरहर के पत्तों को पीलिया के इलाज में जड़ी-बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसे परंपरागत चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जाता है और इसे आमतौर पर पित्तशाय संबंधी समस्याओं, जैसे पीलिया, मलेरिया, और अन्य रोगों के इलाज में उपयोगी माना जाता है। अरहर के पत्तों में मौजूद केटोन, फ्लावोनॉयड्स, तत्वों, और एंटीऑक्सिडेंट्स का संयोजन होता है जो शरीर की रक्त पुनर्निर्माण को सुचारू रूप से सुधारने में मदद करता है। अत: अरहर के पत्तों का सेवन पीलिया के मरीजों के लिए उपयोगी हो सकता है।
  • पपीते के पत्ते: पीलिया के इलाज में पपीते के पत्ते एक प्रमुख रामबाण उपाय माने जाते हैं। पपीते के पत्तों में पापेन, विटामिन सी, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो पीलिया के लिए उपयोगी होते हैं। ये पत्ते शरीर में बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और पीलिया के लक्षणों को कम करने में सहायता प्रदान करते हैं। पपीते के पत्तों को धोएं और उन्हें सलाद के रूप में खाएं। आप इन्हें अन्य सब्जियों के साथ मिश्रित करके खा सकते हैं या पपीते के पत्ते के रस को निकालकर पी सकते हैं। पपीते के पत्ते में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और पीलिया के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

Note: ध्यान दें कि यह सामान्य जानकारी है और प्रत्येक व्यक्ति के मामले में अलग-थलग हो सकती है। इसलिए, इलाज के लिए हमेशा चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।

पीलिया में परहेज:-

पीलिया में आपको निम्नलिखित चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है जैसे:

  • पौष्टिक भोजन: पीलिया में आपके शरीर की ऊर्जा की आवश्यकता बढ़ जाती है, इसलिए पौष्टिक भोजन के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों को लेना आवश्यक है। आपको ताजे फल, सब्जियां, दालें, दही, खीर, खिचड़ी, रोटी, सूप और विभिन्न पेय पदार्थों को सेवन करना चाहिए।
  • अल्कोहल से दूर रहें: पीलिया में अल्कोहल आपके लिवर को अधिक खराब कर सकता है और रोग की प्रक्रिया को बढ़ा सकता है। इसलिए, आपको अल्कोहल से दूर रहना चाहिए।
  • तली हुई और तीखी चीजों से परहेज करें: पीलिया में आपका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और तली हुई और तीखी चीजें आपके पेट को अधिक तकलीफ पहुंचा सकती हैं। इसलिए, आपको तली हुई और तीखी चीजों का सेवन कम करना चाहिए।
  • अशुद्ध जल से बचें: पीलिया में आपको अशुद्ध जल से दूर रहना चाहिए। सफाई के मानकों का पालन करें और पीने के पानी को सुरक्षित रखने के लिए हाई गुणवत्ता वाले जल का उपयोग करें।

  • पर्याप्त पानी पिए: पीलिया में आपको पूरी तरह से हाइड्रेटेड रहने की जरूरत होती है। पानी पीने की संख्या को बढ़ाएं और खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक तरीके से पानी की मात्रा को शामिल करें।
  • सल्फर की दवाओं से सतर्क रहें: पीलिया में सल्फर की दवाएं बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन इनका उपयोग आपके चिकित्सक के मार्गदर्शन के बाद ही करना चाहिए। सल्फर की दवाओं का अधिक सेवन आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

यह अहम सावधानियां हैं जो आपको पीलिया में ध्यान में रखनी चाहिए। हालांकि, आपको अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और वे आपको आपकी विशेष स्थिति के आधार पर सही और सटीक इलाज प्रदान करेंगे।

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FAQ

Ques-1 पीलिया कितने दिनों में ठीक होता है

पीलिया का ठीक होने का समय व्यक्ति के शरीर की स्थिति और प्रकार पर निर्भर करता है। सामान्य रूप से, पीलिया ठीक होने का समय लगभग 1 से 4 हफ्तों तक हो सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में इस समय में अंतर हो सकता है और इसे और भी लंबा कर सकता है।

Ques-2 पीलिया में चावल खाना चाहिए या नहीं

पीलिया में आमतौर पर चावल का सेवन नहीं किया जाता है। इसमें उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स भी होते हैं, जो पीलिया के मरीजों के लिए अनुचित हो सकते हैं। इसलिए, पीलिया में चावल खाने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर होगा।

Ques-3 पीलिया में अनार खाना चाहिए या नहीं

पीलिया में अनार खाना फायदेमंद हो सकता है। अनार में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, और फाइबर पाया जाता है, जो शरीर को मजबूत बनाने और पाचन को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

Ques-4 पीलिया में दूध पी सकते हैं क्या?

पीलिया में दूध पीने की सलाह आमतौर पर नहीं दी जाती है। पीलिया में शरीर की कार्यक्षमता पर असर डालने वाले तत्वों के कारण, दूध के पीने से बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ सकती है। इसलिए, पीलिया में दूध के सेवन से बचना चाहिए।

Ques-5 क्या नारियल पानी पीलिया के लिए अच्छा है?

हां, नारियल पानी पीलिया के लिए अच्छा माना जाता है। नारियल पानी में मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स, और पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। नारियल पानी शरीर को ताजगी और हाइड्रेशन रखने में भी मदद करता है जो पीलिया के मरीजों के लिए महत्वपूर्ण होता है।

 

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