रातभर 8-10 घंटे सोने के बाद भी पुरे दिन थकान का अनुभव होना एक चिंता का कारण हो सकता है। यदि आप इस स्थिति से गुजर रहे हैं, तो आपको इसे गंभीरतापूर्वक लेना चाहिए। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि गंभीर बीमारियों का होना या विटामिन्स और मिनरल्स की कमी का। यदि किसी व्यक्ति को ज्यादा नींद आने की समस्या कभी-कभी होती है, तो इसे सामान्य कहा जा सकता है। लेकिन रोज- रोज और हर समय नींद का ही अहसास होता है, तो इस स्थिति को सामान्य नहीं कहा जा सकता है। अगर आपको दिनभर बार-बार थकान और नींद का अहसास हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
एक संभावना है कि आपको Hypersomnia जिसे अधिक नींद आना भी कहा जाता है, हो सकता है। यह एक स्थिति है जिसमें व्यक्ति अधिक समय तक सोता है, लेकिन फिर भी थका रहता है। इससे आपके दिनभर के कार्यों पर बुरा प्रभाव पड़ता है, चाहे वो ऑफिस का काम हो या फिर घरेलू काम। एक स्वस्थ और बैलेंस्ड डाइट और पर्याप्त पानी पीना भी आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। समय-समय पर नियमित रूप से व्यायाम करना भी थकान को कम करने में सहायक हो सकता है। आज इस लेख में हम आपको ज्यादा नींद आना किस बीमारी के लक्षण है, इसके बारें में सम्पूर्ण जानकारी देगें।
ज्यादा नींद आना किस बीमारी के लक्षण है:-
ज्यादा नींद आना कई समस्याओं या बीमारियों का लक्षण हो सकता है::
हाइपरसोमनिया –
ज्यादा नींद आने की समस्या को हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) कहा जाता है। इस बीमारी में आपको रातभर सोने के बाद भी दिन में नींद आती है। हाइपरसोमनिया एक गंभीर समस्या है जो व्यक्ति की दिनचर्या और उनकी जीवनशैली को प्रभावित कर सकती है। इस समस्या का कारण तनाव, असमय और कम नींद या मानसिक बीमारियां हो सकती हैं। शराब का अधिक सेवन करने से भी यह समस्या बढ़ सकती है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए, जिसमें नियमित व्यायाम, सही आहार और सही नींद शामिल हो। अगर समस्या गंभीर है, तो व्यक्ति को डॉ से सलाह लेनी चाहिए, जिससे सही इलाज हो सके।
अनिद्रा –
आज के समय में अनिद्रा की एक सामान्य समस्या बन गई है। अनिद्रा एक प्रकार का स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति को नींद नहीं आती है या उसे ठीक से समय पर नींद नहीं होती है। इस बीमारी में लोग रात भर जागते हैं और उन्हें दिन में अधिक नींद आती है और वे सो जाते हैं। इस तरह अनिद्रा भी अधिक नींद आने का एक कारण हो सकता है। यह एक सामान्य समस्या है जो किसी भी वयस्क या बच्चे को प्रभावित कर सकती है और इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि तनाव, चिंता, रोजमर्रा की ज़िंदगी की अधिक जिम्मेदारियां या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं।
स्लीप डेप्रिवेशन –
स्लीप डेप्रिवेशन, जिसे हिंदी में नींद की कमी भी कहा जाता है, यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को सही समय तक नींद नहीं मिलती या उसकी नींद टूट जाती है। यह एक सामान्य समस्या है जो व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। स्लीप डेप्रिवेशन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि तनाव, चिंता, बदलती जीवनशैली और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं। जब कोई व्यक्ति रात में अच्छी और सही नींद नहीं लेता है, तो उसे दिन में अधिक नींद आ सकती है। इसके साथ ही उसे थकान और कमजोरी भी महसूस हो सकती है।
नार्कोलेप्सी –
नार्कोलेप्सी एक न्यूरोलॉजिकल रोग है जिसमें व्यक्ति को अचानक और किसी समय पर भी अत्यधिक नींद आ जाती है। इस बीमारी में व्यक्ति को नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह एक गंभीर समस्या व्यक्ति की दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है, इसलिए इस बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
स्लीप एपनिया –
स्लीप एपनिया एक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति को नींद के दौरान बार-बार सांस की रुकावट होती है। इस समस्या के चलते व्यक्ति का श्वास समय-समय पर बंद हो जाता है और उसकी नींद में रूकावट पैदा कर देता है। स्लीप एपनिया के रोगी को आमतौर पर सुबह उठते समय थकान महसूस होती है, जो उसके दिनचर्या और जीवनशैली को प्रभावित कर सकती है। स्लीप एपनिया का मुख्य कारण व्यक्ति की श्वास नलिकाओं में ब्लॉकेज होना हो सकता है। यह ब्लॉकेज हाई बीपी, मधुमेह और हृदयरोग की समस्याओं का कारण बन सकती है।
अगर आपको भी इनमें से कोई भी समस्या है, तो आपको अपने डॉ से सलाह लेनी चाहिए। डॉ आपकी जाँच करेंगे और सही उपचार देंगे।
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ज्यादा नींद आती हो तो क्या करे:- ( Nind Bhagane Ke Upay)
अगर आपको ज्यादा नींद आ रही है तो आप कुछ उपायों को अपना सकते हैं जैसे:
- कॉफी का सेवन: नींद को दूर करने के लिए कॉफी का सही रूप से उपयोग करना एक प्रभावी उपाय है। कॉफी में मौजूद कैफीन एक स्टिम्युलेंट है जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर असर करता है। यह दिमाग की क्रियाओं को तेज करके नींद को भगाने में मदद कर सकता है।
- एक्सरसाइज करे: रोजाना एक्सरसाइज करने से शारीरिक क्षमता में सुधार आता है, मांसपेशियों का विकास होता है और रक्त संचार में सुधार होता है। इसके परिणामस्वरूप, व्यायाम करने वाले व्यक्ति का शारीरिक स्वास्थ्य बना रहता है और उनकी मानसिक स्थिति भी मजबूत रहती है। यदि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं, तो आपकी नींद में भी सुधार आता है।
- पानी पियें: पानी शरीर के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसकी कमी से विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें दिनभर थकान, कमजोरी और नींद की समस्याएं शामिल हैं। जब हमारे शरीर में पानी की कमी होता है , तो इसका सीधा प्रभाव हमारे ऊर्जा स्तर पर होता है, जिससे हम थक जाते हैं और नींद आती है।
- शॉवर लें: यदि आप घर पर हैं और दिन भर नींद आने से परेशान है, तो इसे दूर करने के लिए एक अच्छा उपाय है गुनगुने पानी से शॉवर लेना। यह एक प्रभावी तरीका है जो आपको ताजगी देता है और दिनभर की थकान को कम करने में मदद कर सकता है।
इन सभी उपायों को अपनाकर आप ज्यादा नींद से छुटकारा प् सकते है।
ज्यादा नींद आने के नुकसान:-
ज्यादा नींद आने के कई नुकसान हो सकते हैं जैसे:
- सिरदर्द: अधिक समय तक सोने से सिरदर्द हो सकता है। ऐसा इसलिए है की सेरोटोनिन में कमी के कारण आपको माइग्रेन और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। सेरोटोनिन के स्तर में कमी से आपका मूड बिगड़ सकता है और यह आपको अधिक समय तक सोने में भी प्रभाव डाल सकता है, जिससे अधिक नींद के बावजूद भी आपको थकान का अहसास हो सकता है।
- पीठ दर्द: लंबे समय तक सोना आमतौर पर हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता, खासकर जब हम गलत गद्दे पर सोते हैं। यह लंबे समय तक समझाया जाता है कि एक अच्छी नींद के लिए सही गद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर हम लंबे समय तक सोते हैं तो इससे हमें पीठ दर्द का सामना करना पड़ेगा।
- डिप्रेशन: डिप्रेशन एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति निराश हो जाता है और इसका सीधा संबंध नींद से हो सकता है। जब किसी को डिप्रेशन होता है, तो वह अक्सर अधिक समय तक सोता है, जिससे उसकी नींद की गुणवत्ता पर असर होता है।
- डायबिटीज: आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली में, हम अक्सर थके-हारे रहते हैं और इस अवस्था में हेल्दी खाने की जगह हम जंक फूड की ओर रुख करते हैं। इसका सीधा असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर होता है, खासकर ब्लड शुगर लेवल पर। जंक फूड में बहुत अधिक कैलोरी होती हैं, और ये आपके शरीर में एक्स्ट्रा फैट का निर्माण कर सकती हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
इसलिए, यदि किसी को अधिक नींद आ रही है, तो उसे अपने डॉ से सलाह लेनी चाहिए।
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FAQ
Ques-1 क्या चिंता पैरों में कमजोरी पैदा कर सकती है?
चिंता और तनाव पैरों में कमजोरी और दर्द को बढ़ा सकते हैं। चिंता और तनाव शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं।
Ques-2 नसों में ताकत लाने के लिए क्या खाना चाहिए?
विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में रोगप्रतिरोधक तंत्र को मजबूती प्रदान करता है और नसों की ताकत को बनाए रखने में मदद करता है।
Ques-3 शरीर में किसकी कमी से नींद आती है?
विटामिन डी और विटामिन B12 की कमी नींद की समस्याओं का कारण हो सकती है। इन विटामिनों की कमी के कारण व्यक्ति महसूस कर सकता है कि उन्हें नींद नहीं आ रही, या वे अधिक थके हुए महसूस कर सकते हैं।
Ques-4 रात में नींद नहीं आना कौन सी बीमारी है?
रात में नींद नहीं आना, इसे अंग्रेजी में “Insomnia” कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमे व्यक्ति को अच्छी नींद नहीं लेने में मुश्किल होने पर होती है।
Ques-5 ज्यादा सोने से वजन बढ़ता है क्या?
ज्यादा सोने से वजन बढ़ सकता है। वजन का बढ़ना कई कारणों पर निर्भर करता है और यह व्यक्ति की जीवनशैली, आहार और आराम से जुड़ा हो सकता है।