Fever in Hindi: बदलते मौसम के साथ बुखार होना एक आम बात है और यह किसी को भी हो सकता है। बुखार के दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे यह बीमारी या संक्रमण से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है। यह एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए समय मिलता है। बुखार के लक्षणों में तापमान का बढ़ना, बदन दर्द, सिरदर्द और शारीरिक कमजोरी शामिल हो सकती हैं। अगर किसी को तेज बुखार होता है, तो उन्हें जल्दी ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि तेज बुखार कई गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है और इसका सही समय पर उपचार कराना महत्वपूर्ण हो सकता है।
बुखार के दौरान, व्यक्ति को विशेष रूप से हाइड्रेशन का खास ध्यान रखना चाहिए, ताकि उनके शरीर को पर्याप्त तरीके से पानी और पोषण मिल सके। दवाओं का सही तरीके से सेवन करना भी महत्वपूर्ण है और यदि बुखार गंभीर होता है, तो डॉक्टर की सलाह और निर्देशों का पालन करना चाहिए। आज इस लेख में हम तेज बुखार में क्या करना चाहिए और बुखार उतारने के घरेलू उपाय के बारें में बताएंगें।
वायरल बुखार के लक्षण:- (Viral Fever Symptoms)
वायरल बुखार के लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति अलग हो सकते हैं और ये वायरस के प्रकार और उसके प्रभाव पर निर्भर करते हैं। वायरल बुखार के कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं:
- तेज बुखार: वायरल बुखार के एक प्रमुख लक्षण होता है तेज बुखार, जो अकसर4 डिग्री फ़ारेनहाइट (38 डिग्री सेल्सियस) से अधिक होता है।
- सिरदर्द: वायरल बुखार के साथ सिरदर्द हो सकता है, जो कभी-कभी तीव्र होता है।
- थकान और कमजोरी: वायरल इंफेक्शन के कारण थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
- गले में खराश: गले में दर्द और खराश का अहसास हो सकता है।
- सर्दी और जुकाम: सर्दी, जुकाम, नाक से पानी बहना, गले में खराश और सूखी खांसी वायरल बुखार के आम लक्षण हो सकते हैं।
- त्वचा पर चकत्ते: कुछ वायरल इंफेक्शन्स के साथ बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं।
- पेट में दर्द: कुछ वायरल इंफेक्शन्स के साथ पेट में दर्द और पेट ब्याह की समस्या हो सकती है।
- जोड़ों में दर्द: वायरल बुखार के साथ जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है, जो अकसर बढ़ती उम्र के लोगों में देखी जाती है।
यदि आपको लगता है कि आपको वायरल बुखार हो सकता है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर आपको उपयुक्त टेस्ट और उपचार किया जा सकता है। तेज बुखार में खुद से दवाएँ लेने से बचें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
बुखार उतारने के घरेलू उपाय:-
बुखार एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। यदि आपको बुखार है तो आप घरेलू उपाय का इस्तेमाल करके आराम पा सकते है:
- पुदीने की चाय: तेज बुखार को कम करने के लिए पुदीने का उपयोग किया जा सकता है, यह एक प्रमुख घरेलू उपाय है। पुदीने के पत्तों की ठंडी तासीर बुखार को नियंत्रित करने के लिए अद्वितीय बनाती है। यह आपके शरीर को ठंडक प्रदान करके आपके बुखार को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए, आप पुदीने की चाय या काढ़ा बना सकते हैं। आपको दिन में दो से तीन बार पुदीने का काढ़ा पीना चाहिए। इससे आपके शरीर की गर्मी कम होती है और आपके बुखार में आराम मिलता है। पुदीने का उपयोग बुखार को कम करने के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है, लेकिन यदि बुखार गंभीर है या दिनों तक बना रहता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
- पर्याप्त पानी पियें: तेज बुखार के समय, शरीर के बढ़े हुए तापमान को नियंत्रित करने के लिए पानी का सही मात्रा में सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। तेज बुखार के दौरान, शरीर में तापमान बढ़ जाता है और इससे पसीना भी अधिक निकलता है, जिससे आपके शरीर से पानी की कमी हो सकती है। कम पानी पीने के परिणामस्वरूप, आपको डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता कम हो जाती है और आपकी कमजोरी हो सकती है। तेज बुखार के दौरान इस समस्या से बचने के लिए, आप अपने शरीर को पीने के पानी की आवश्यकता के हिसाब से सुप्लाई करने के लिए काढ़ा, चाय और अन्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा और तापमान को नियंत्रित करने में सहायक होगा।
- लहसुन: तेज बुखार को कम करने के लिए लहसुन का सेवन किया जा सकता है। लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। लहसुन का सेवन तेज बुखार के समय काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें मौजूद एंटी-फंगल गुण संक्रमणों को रोकने में मदद करते हैं और वायरसों और बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ाई कर सकते हैं। इसके अलावा, लहसुन की तासीर गर्म होने के कारण, यह खाने के बाद पसीना निकलता है, जिससे शरीर का तापमान कम होता है और बुखार में आराम मिलता है। लहसुन का सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल सकते हैं, जिससे संक्रमण की प्रक्रिया को रोका जा सकता है। हालांकि, ध्यान दें कि यदि बुखार गंभीर है और लंबे समय तक बना रहता है, तो तुरंत चिकित्सक सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
- आराम करें: बुखार के समय शरीर को पूरी तरह से आराम देना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह आपके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है ताकि आपका शरीर इस संक्रमण से लड़ सके और ठीक हो सके। जब आप बुखार के शिकार होते हैं, तो आपके शरीर की ऊर्जा की आवश्यकता बढ़ जाती है और यह आपको थकान और कमजोरी की अनुभूति हो सकती है। इसलिए, आपको पर्याप्त आराम लेने की आवश्यकता होती है ताकि आपका शरीर बुखार के समय उचित ढंग से लड़ सके। आराम के दौरान, आपको पर्याप्त पानी पीना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा और बुखार के दौरान पसीना निकलने के कारण पानी की कमी को पूरा करेगा। साथ ही, आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और उनके द्वारा दी गई दवाओं का सही तरीके से सेवन करना चाहिए।
- तुलसी: तुलसी की पत्तियां बुखार के इलाज में मदद कर सकती हैं। तुलसी के पत्तों में विशेषत औषधिक गुण होते हैं, जैसे कि एंटी-इन्फ्लैमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। तुलसी की पत्तियों का सेवन करने के लिए, आप इन्हें चबा सकते हैं या तुलसी की चाय का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए, तुलसी की पत्तियों को आप अपने द्वारी उबालकर चाय के रूप में पी सकते हैं। तुलसी की चाय पीने से आपके शरीर को ताजगी और ऊर्जा मिलती है, जिससे बुखार के लक्षण कम हो सकते हैं। तुलसी के पत्तों को बुखार के समय नियमित रूप से सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और बुखार के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, तुलसी का सेवन गले की सूजन को भी कम कर सकता है और श्वसन को सुधार सकता है, जिससे आपको बुखार के समय राहत मिल सकती है।
- अदरक: अदरक का रस बुखार को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अदरक, एक प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है, जिसमें उच्च मात्रा में एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं। इसके साथ ही, अदरक में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। अदरक का रस प्राप्त करने के लिए, आप उसे कद्दूकस करके निकाल सकते हैं और इसे ताजा पानी के साथ पी सकते हैं। अदरक का रस बुखार के समय गर्म पानी के साथ पीने से तापमान में गिरावट आ सकती है और आपको आराम मिल सकता है। अदरक के रस में मौजूद गुणों के कारण, यह शरीर को रोग प्रतिरोधक तत्व प्रदान करता है जो बुखार के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही, अदरक का रस जलन और सूजन को कम करने में भी सहायक हो सकता है और बुखार के समय आराम प्रदान कर सकता है।
यदि बुखार बार-बार हो रहा है या गंभीर हो गया है, तो डॉक्टर की सलाह और उपचार के लिए संपर्क करना जरुरी है।
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तेज बुखार में क्या करना चाहिए:-
तेज बुखार एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, लेकिन यह आपके शरीर के लिए खतरनाक हो सकती है, खासतर जब यह बच्चों और बुढ़े व्यक्तियों को प्रभावित करती है। तेज बुखार के दौरान, आपको इसके प्रबंधन और इलाज के बारे में ध्यान देना चाहिए:
- आराम करें: बुखार के समय आपको पूरी तरह से आराम करना चाहिए। बिना किसी जरूरी काम के बाहर न जाएं, घर में बिस्तर पर लेटें और अपने शारीरिक थकान को कम करने के लिए समय दें।
- तापमान की जाँच करें: बुखार के स्तर की जाँच करने के लिए एक डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करें। यदि तापमान4 डिग्री फ़ारेनहाइट (38 डिग्री सेल्सियस) से अधिक है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
- दवाएँ लें: डॉक्टर की सलाह पर ही दवाएँ लें और खुद से कोई दवा न लें। सही दवाओं का सही तरीके से सेवन करें।
- हाइड्रेशन का ध्यान रखें: बुखार के समय पानी की पर्याप्त मात्रा में पीना महत्वपूर्ण होता है। आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी, नारियल पानी, इलेक्ट्रोलाइट्स वाले ड्रिंक्स द्वारा पानी की कमी को पूरा करें।
- खानपान का ध्यान रखें: सर्द या बुखार के समय आपको आसान और पचने वाले खाने का सेवन करना चाहिए। स्थानीय खाने के साथ साथ फल और सब्जियों का सेवन भी करें ताकि आपका शरीर ऊर्जा और पोषण प्राप्त कर सके।
- डॉक्टर की सलाह लें: यदि बुखार लंबे समय तक बना रहता है, या यदि आपके लक्षण गंभीर होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और उनके दिए गए निर्देशों का पालन करें।
तेज बुखार का इलाज व्यक्ति की आयु, स्वास्थ्य स्थिति और बुखार के कारण पर निर्भर कर सकता है, इसलिए यदि आपको तेज बुखार हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
नार्मल बुखार कितना होना चाहिए:-
नॉर्मल बुखार का तापमान आमतौर पर 98.6 डिग्री फारेनहाइट (37 डिग्री सेल्सियस) के आसपास होता है। यह तापमान आवश्यकता के हिसाब से थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन सामान्यत जब किसी के बुखार का तापमान इस स्तर से ऊपर बढ़ता है, तो उसे हाई बुखार के रूप में गिना जाता है।
बुखार व्यक्ति के शारीरिक रोगी होने का संकेत हो सकता है और यह अन्य लक्षणों के साथ मिलकर उसकी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर डॉक्टर द्वारा जांचा जाना चाहिए। बुखार का कारण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे कि इंफेक्शन, अल्लर्जी या अन्य मेडिकल समस्याएं। बुखार की दवा का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करें और व्यक्ति के आयु और स्वास्थ्य की स्थिति के हिसाब से ताकदवर अपचय देने की कार्यवाही करें।
बुखार में क्या खाना चाहिए:-
बुखार में खाने पीने का सही चयन करना महत्वपूर्ण होता है, ताकि आपका शरीर जल्दी से ठीक हो सके और आपकी ताकत बढ़ सके। यहां कुछ ऐसे आहार के बारे में बताया गया है जो बुखार में सेहत को सुधारने में मदद कर सकते हैं जैसे:
- चिकेन सूप: बुखार के बाद शरीर की कमजोरी और थकान को दूर करने के लिए आप चिकेन सूप का सेवन कर सकते हैं। चिकेन सूप एक पौष्टिक आहार है जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स और विटामिन्स की भरपूर मात्रा में होती है। यह बुखार के बाद शरीर में ताकत को बढ़ाता है। चिकेन सूप में प्रोटीन की मात्रा होती है, जो मांसपेशियों की मरम्मत और पुनर्निर्माण में मदद करता है। यह खासकर बुखार के बाद की कमजोरी को दूर करने में सहायक होता है। चिकेन सूप में पानी की भरपूर मात्रा होती है, जिससे शरीर के टेम्परेचर को भी कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, चिकेन सूप टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद कर सकता है और शरीर को स्वस्थ बनाएं रखने में सहायक हो सकता है।
- खिचड़ी: बुखार के समय शरीर को जितना संभव हो सके, लिक्विड यानि तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसका मतलब है कि बुखार में मरीज को खिचड़ी खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि खिचड़ी एक पूर्ण आहार के समान मानी जाती है। खिचड़ी में दाल से प्रोटीन और चावल से कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं, जो बुखार के समय शरीर को ऊर्जा और पोषण प्रदान करते हैं। इसके अलावा, खिचड़ी में पानी की पर्याप्त मात्रा होती है, जिससे शरीर को हाइड्रेशन मिलता है और बुखार के समय उपयुक्त ताकत प्राप्त होती है। बुखार के समय शरीर को पर्याप्त पोषण, ऊर्जा और तरलता प्रदान करने के लिए खिचड़ी एक उपयुक्त और स्वास्थ्यकर विकल्प हो सकता है। यदि बुखार गंभीर है या लंबे समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा महत्वपूर्ण होता है।
- नारियल पानी: नारियल पानी एक बेहतर तरीका हो सकता है जिसके माध्यम से आप अपने शरीर को हाइड्रेटेड रख सकते हैं, खासकर जब आपको बुखार होता है। नारियल पानी पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा बढ़ जाती है, जो बुखार के समय शारीरिक हाइड्रेशन को बनाए रखने में मदद कर सकता है। नारियल पानी सेहत के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें विभिन्न पोषक तत्व होते हैं जैसे कि पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम। ये तत्व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स की संतुलित मात्रा बनाने में मदद करते हैं। बुखार होने पर नारियल पानी का सेवन काफी अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है और बुखार के कारण शारीरिक ह्यड्रेशन की कमी को पूरा करता है।
- ताजा फल: फलों में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। यह विटामिन सी एंटी-वायरस गुणों के रूप में काम करके रोग के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है और रोगी को जल्दी आराम पहुंचा सकता है। बुखार के समय, शरीर को पोषण की आवश्यकता होती है और फलों में मौजूद विटामिन सी इसमें मदद करता है। इसके अलावा फलों में विटामिन्स, खनिज तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर के लिए उपयोगी होते हैं। इसलिए, बुखार के समय फलों का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत हो सकती है और बुखार में आराम प्राप्त कर सकते हैं। फलों को संतुलित और स्वास्थ्यपूर्ण डाइट का हिस्सा बनाकर आप बुखार की स्थिति को सुधार सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
याद रखें कि आपके बुखार के लक्षणों और स्थितियों के आधार पर आपके चिकित्सक की सलाह लें और उनके द्वारा सुझाई गई डाइट का पालन करें।
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FAQ
Ques-1 क्या बुखार में गर्म पानी पीना चाहिए?
बुखार में गर्म पानी पीना आमतौर पर सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में यह देखने की आवश्यकता होती है कि बुखार की स्थिति कितनी गंभीर है और व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के अनुसार कैसे उपयोग करना चाहिए।
Ques-2 वायरल फीवर कितने दिन में ठीक हो जाता है?
वायरल फीवर के उपचार की अवधि रोग के प्रकार और गंभीरता के आधार पर अलग हो सकती है, कुछ मामलों में यह एक सप्ताह से कुछ हफ्तों तक भी बढ़ सकता है।
Ques-3 बुखार में चावल खा सकते हैं क्या?
बुखार में चावल खाना सामान्यत अच्छा और सुरक्षित हो सकता है, खासकर जब आपके पास कम ताकत हो और खाने की इच्छा नहीं होती है। चावल एक सही पोषण स्रोत होते हैं और उनमें कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो बुखार के समय ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं।
Ques-4 बुखार उतारने के लिए क्या करना चाहिए?
अदरक की चाय बुखार के समय आराम प्रदान कर सकती है। अदरक (Ginger) में गर्मी होती है, जो बुखार के समय आपके शरीर को गर्माहट प्रदान कर सकती है और आपको आरामदायक अनुभव करने में मदद कर सकती है।
Ques-5 बुखार के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
ऐस्पिरिन और पैरासिटामोल दोनों बुखार को उतारने के लिए प्रयुक्त दवाएँ हो सकती हैं, लेकिन उनका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।