गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि: जानें इन औषधियों की शक्ति

Kidney Stone in Hindi: गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन के होने के कई कारण हो सकते हैं। यह सामान्यतः गुर्दे में मौजूद विषैले पदार्थों की जमावट से होती है, जिन्हें पथरी बनाने वाले तत्व कहा जाता है। ये तत्व कैल्शियम ऑक्सलेट, कैल्शियम फॉस्फेट, मैग्नीशियम ऑक्सलेट, यूरिक एसिड, सिस्टीन, अमोनिया आदि हो सकते हैं। पथरी का होना व्यक्ति के खान-पान, पेशाब की मात्रा, शरीर के तापमान, विटामिन डी की कमी, थायराइड रोग, गुर्दे के संक्रमण, अन्य रोगों के उपसंग, थकान, शरीर के तापमान बढ़ने आदि के कारण हो सकता है। इसके अलावा, थकान, पानी की कमी, खुराक में थोड़ी जगह होने, गुर्दों में संक्रमण या संकेतों की वजह से भी पथरी का उत्पन्न होना संभव है। जनसेहत के इस लेख में आज हम गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि की सम्पूर्ण जानकारी देगें।

गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि

गुर्दे की पथरी के लिए 10 प्रमुख औषधि:-

गुर्दे की पथरी के लिए कुछ आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया जा सकता हैं। यहां कुछ ऐसी औषधि हैं जो गुर्दे की पथरी को कम करने में मदद कर सकती हैं जैसे:

  1. काली मिर्च: गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए काली मिर्च एक आयुर्वेदिक उपचार के रूप में उपयोगी हो सकती है। काली मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण पथरी के बनने की प्रक्रिया को रोकने में मदद कर सकते हैं। यह गुर्दे में मौजूद कणों को छोटा करके उनके निकलने में मदद कर सकती है। काली मिर्च का सेवन करने के लिए, आप इसे पाउडर के रूप में ले सकते हैं और इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। आप इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं या फिर इसे अन्य खाद्य पदार्थों में छिड़ककर उपयोग कर सकते हैं।
  1. बेल पत्र: गुर्दे की पथरी के लिए बेल पत्र (Bael Patra) एक प्रमुख औषधि हो सकता है। बेल पत्र में मौजूद औषधीय गुण गुर्दे के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, बेल पत्र में पाये जाने वाले तत्व गुर्दे की पथरी को तोड़ने और पेशाब संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। बेल पत्र का सेवन करने के लिए, आप इसे थोड़ा पानी मिलकर घिस लें और पेस्ट बना सकते हैं। फिर आप इसे सेवन कर सकते हैं।
  1. इलायची: गुर्दे की पथरी के लिए इलायची एक प्राकृतिक उपचार हो सकती है। इलायची में मौजूद औषधीय गुणों की वजह से यह गुर्दे के स्वास्थ्य को सुधारने और पथरी को तोड़ने में मदद कर सकती है। इलायची में पाए जाने वाले तत्व गुर्दे के रोगों को नष्ट करने में मदद करते हैं और मूत्र बान्धन को रोकने में भी सहायक हो सकते हैं। इसके अलावा, यह मूत्रमार्ग की संरक्षा करने में भी मदद कर सकती है। इलायची का सेवन करने के लिए, आप इसे छानकर पाउडर बना सकते हैं और फिर इसे गर्म पानी के साथ मिलाकर पी सकते हैं। आप इसे दूध या चाय में भी डालकर सेवन कर सकते हैं।
  1. आंवला: गुर्दे की पथरी के लिए आंवला बहुत फायदेमंद होता है। आंवला में प्राकृतिक विटामिन सी की मात्रा होती है, जो कि पथरी को टूटने और निकलने में मदद करती है। आप एक आंवला को निचोड़कर उसका रस निकाल सकते हैं और इसे पानी में मिलाकर पी सकते हैं। इसे नियमित रूप से सेवन करने से पथरी के लक्षण कम हो सकते हैं। आंवला गुर्दे की स्वस्थता को बनाए रखने में मदद करता है और पथरी की समस्या को कम करने में सहायता प्रदान कर सकता है।
  1. नींबू का रस: नींबू का रस गुर्दे की पथरी को तोड़ने में बहुत अच्छा माना जाता है। नींबू का रस एक प्राकृतिक उपाय है जिसका उपयोग पथरी से राहत पाने के लिए किया जाता है। नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाएं और इसे सुबह खाली पेट पीएं। नींबू का रस पथरी को तोड़ने और पथरी को प्राकृतिक रूप से पिघालने में सहायक हो सकता हैं। इसलिए, नींबू का रस पीने से पथरी तोड़ने में लाभ हो सकता है। अगर आपकी पथरी बड़ी है तो आपको अपने डॉ से सलाह लेनी चाहिए।
  1. सेब का सिरका: पथरी तोड़ने में सेब का सिरका मददगार साबित हो सकता है। सेब के सिरके में एसिडिक गुण होते हैं जो पथरी को पिघलाने उसको तोड़ने और पेशाब के साथ बाहर निकलने में सहायता कर सकते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण पथरी के बनने को रोकने में मदद कर सकते हैं। सेब के सिरके का सेवन करने के लिए आप एक चम्मच सेब के सिरके को एक गिलास पानी में मिलाएं। इस मिश्रण को रोजाना खाली पेट पीने का प्रयास करें। यदि आपको यह संभव हो, तो इसे दिन में कई बार पी सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि आपको इसे अधिक मात्रा में नहीं पीना चाहिए क्योंकि यह आपके पेट को खराब कर सकता है।
  1. अजवाइन का रस: अजवाइन का रस पथरी तोड़ने में फायदेमंद हो सकता है। अजवाइन में पाए जाने वाले विटामिन सी और एथरिक ऑइल के कारण इसे पथरी को तोड़ने और निकालने में मदद मिल सकती है। अजवाइन का रस पथरी को बाहर निकालने के लिए पेशाब के साथ साथ दर्द को कम करने में भी सहायता प्रदान करता है। अजवाइन का रस बनाने के लिए, आप एक चम्मच अजवाइन को पानी में भिगोकर रखें। इसे रात भर भिगोएं और सुबह इसे छानकर निकलें। अब इस अजवाइन के रस को खाली पेट पीएं। इसे प्रतिदिन पियें ताकि पथरी को तोड़ने और निकालने में आपको लाभ मिल सके। यदि आपको अजवाइन के सेवन से कोई साइड इफेक्ट होता है तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
  1. व्हीटग्रास जूस: पथरी को तोड़ने के लिए व्हीटग्रास जूस का उपयोग किया जा सकता है। व्हीटग्रास जूस में विटामिन C, मैग्नीशियम और पोटैशियम की प्रचुर मात्रा होती है जो गुर्दे की स्वास्थ्यवर्धकता में मदद कर सकती हैं और पथरी को तोड़ने में सहायता प्रदान कर सकती हैं। व्हीटग्रास जूस तैयार करने के लिए, आप फ्रेश व्हीटग्रास के पत्तों को अच्छी तरह से धोकर मशीन में डालें और रस निकालें। इस जूस को खाली पेट पीने का प्रयास करें। आप इसे दिन में कई बार पी सकते हैं।
  1. तुलसी का रस: पथरी को तोड़ने में तुलसी के रस का सेवन करना मददगार हो सकता है। तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सिडेंट के गुण होते हैं जो पथरी के निर्माण को कम कर सकते हैं और उसे तोड़ने में मदद कर सकते हैं। तुलसी का रस पथरी संबंधी संक्रमण को भी रोकने में मददगार हो सकता है। तुलसी का रस तैयार करने के लिए, ताजी तुलसी की पत्तियों को अच्छी तरह से धोएं और उन्हें मिक्सर में पीस लें। इस रस को खाली पेट पीने का प्रयास करें। आप इसे दिन में कई बार पी सकते हैं।
  1. अनार का रस: पथरी को कम में अनार का रस मददगार हो सकता है। अनार में पाये जाने वाले गुण पथरी को टूटने और निकलने में सहायता कर सकते हैं। अनार का रस पथरी के छोटे टुकड़ों को तोड़ने और निकालने में मदद कर सकता है। अनार का रस तैयार करने के लिए, ताजी अनार को अच्छी तरह से धोएं और उसके दानें निकाल दें। फिर अनार को मिक्सर या ब्लेंडर में पीस लें और रस निकालें। आप इसे खाली पेट पीने का प्रयास करें। आप दिन में कई बार अनार का रस पी सकते हैं।

ध्यान दें कि ये औषधि केवल सामान्य सलाह के रूप में बताई हैं। पथरी के उपचार के लिए आपको अपने डॉ से सलाह लेनी चाहिए। वे आपकी स्थिति का सही मूल्यांकन करेंगे और आपको सबसे उपयुक्त और सुरक्षित दवाओं की सलाह देंगे।

पथरी तोड़ने की दवा:- (Pathri Ki Dawai)

पथरी तोड़ने की दवा के लिए आपको एक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि सही इलाज आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करेगा। पथरी के उपचार में विभिन्न दवाएं और तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है जैसे:

अलोप्यूरिनोल (Allopurinol)

पथरी तोड़ने की दवा में अलोप्यूरिनोल (Allopurinol) एक विशेष दवा है। यह दवा यूरिक एसिड से बनने वाले पथरी को कम करने और नई पथरी के बनने को रोकने में मदद करती है। यह दवा यूरिक एसिड के स्तर को कम करके उसकी उत्पत्ति को रोकने में सहायता प्रदान करती है। अलोप्यूरिनोल एक प्रेस्क्रिप्शन दवा है, इसलिए इसे उपयोग करने से पहले एक डॉक्टर से परामर्श करना अत्यावश्यक है।

थिआज़ाएद डाइयूरेटिक (Thiazide diuretics)

पथरी तोड़ने की दवा में थिआज़ाएद डाइयूरेटिक (Thiazide diuretics) एक प्रमुख दवा हैं। ये दवाएँ मूत्रस्राव को बढ़ाने के माध्यम से पेशाब के जरिए आपके शरीर से अतिरिक्त नमी और वाष्प निकालती हैं। इससे मूत्रपथ की पथरी के निर्माण को कम किया जा सकता है और मूत्रमार्ग से पथरी को तोड़ने में मदद मिलती है। ये दवाएं केवल डॉक्टर के परामर्श के बाद ही उपयोग करनी चाहिए, क्योंकि उचित खुराक और उपयोग की सलाह केवल विशेषज्ञ द्वारा ही दी जा सकती है।

पोटैशियम सिट्रेट (Potassium citrate)

पथरी तोड़ने की दवा में पोटैशियम सिट्रेट (Potassium citrate) एक प्रमुख दवा है। यह दवा पथरी के निर्माण को रोकने और तोड़ने में मदद करती है। पोटैशियम सिट्रेट मूत्रमार्ग की संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ पथरी के पथरी को तोड़ने में मदद करता है। यह दवा मूत्र की क्षमता को बढ़ाता है। इससे पथरी को तोड़ने और नई पथरी के निर्माण को कम करने में मदद मिलती है। पोटैशियम सिट्रेट एक प्रेस्क्रिप्शन दवा है और इसे केवल एक डॉक्टर के परामर्श के बाद ही उपयोग करना चाहिए।

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महिलाओं में पथरी के लक्षण:-

पथरी महिलाओं में कई लक्षणों के साथ महसूस हो सकती है। यहां कुछ महिलाओं में होने वाले पथरी के आम लक्षणों के बारें में बताया है जैसे:

  • पेशाब के साथ दर्द होना
  • पेशाब करने में परेशानी
  • पेशाब में बदबू आना
  • पेशाब के दौरान जलन का अनुभव
  • पेशाब में खून आना
  • पेट की जगह या कमर में दर्द का अनुभव करना
  • वजन कम होना

यदि आपको इन लक्षणों में से किसी भी एक या अधिक का अनुभव हो रहा है, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए ताकि सही निदान और उपचार किया जा सके।

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पथरी तोड़ने की दवा होम्योपैथिक:-

पथरी को होम्योपैथिक दवाओं की सहायता से भी ठीक किया जा सकता है। होम्योपैथी में कई दवाएं मौजूद हैं जो पथरी के इलाज में उपयोगी साबित हुई हैं। यहां कुछ प्रमुख होम्योपैथिक दवाएं हैं जो पथरी तोड़ने में मदद कर सकती हैं जैसे:

  • बेलाडोना (Belladonna): पथरी तोड़ने के लिए होम्योपैथिक दवा बेलाडोना का उपयोग किया जा सकता है। यह दवा पथरी के लक्षणों में पेट में तेज दर्द, जलन, पेशाब करते समय अधिक दर्द और रुकावट के लिए उपयोगी हो सकती है। यह दवा रोगी के लक्षणों और प्रकृति के आधार पर निर्धारित की जाती है, इसलिए उपयोग करने से पहले एक प्रशिक्षित होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करना सुरक्षित होगा। याद रखें कि होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग समय और स्थिति के अनुसार बदल सकता है, इसलिए विशेषज्ञ की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
  • लाइकोपोडियम (Lycopodium): पथरी की दवा में लाइकोपोडियम एक प्रमुख दवाई है। यह दवा पथरी के लक्षणों में तेज दर्द, पेशाब के समय जलन, रुकावट, छोटे-छोटे पथरी के उत्पादन को कम कर देती है। लाइकोपोडियम उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त हो सकती है जो पेशाब करते समय दर्द के साथ पेशाब नहीं कर पाते हैं और पथरी के उत्पादन की समस्या हो सकती है। इस दवा का उपयोग छोटी पथरी के लक्षणों के लिए भी किया जा सकता है।
  • कैल्केरिया कार्ब (Calcarea Carb): कैल्केरिया कार्ब पथरी की एक अच्छी होम्योपैथिक दवा है। यह दवा पथरी के लक्षणों को कम करने और दर्द को करने में मदद कर सकती है। यह दवा प्राकृतिक तत्वों से तैयार की जाती है और पथरी के लक्षणों को सुधारने में मदद कर सकती है। इस दवा का इस्तेमाल तब किया जाता है जब पथरी के लक्षणों में तेज दर्द, बार-बार पेशाब करना, पेशाब के साथ रक्त आना, अधिक थकान, तथा बार-बार पथरी होने के लिए किया जाता है। यदि आप इस दवा का उपयोग करना चाहते हैं, तो यह बेहतर होगा कि आप एक चिकित्सक से परामर्श करें और उचित खुराक और उपयोग के बारे में सलाह लें।
  • ओसिमम कैनम (Ocimum Canum): पथरी के इलाज में ओसिमम कैनम एक बेहतरीन होम्योपैथिक दवा है। इसका उपयोग पथरी के रोगी को आराम प्रदान करने, पथरी को पिघलाने और मूत्रमार्ग की संक्रमण को रोकने में किया जाता है। यह प्राकृतिक दवा मूत्रमार्ग में स्वास्थ्यप्रद बल और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करती है। यह दवा पथरी के रोगी को आराम प्रदान करती है और पथरी की सामान्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसे होम्योपैथिक चिकित्सक द्वारा सलाह लेकर ही प्रयोग करना चाहिए।
  • बर्बेरिस बल्गारिस (Berberis Vulgaris): बर्बेरिस बल्गारिस एक होम्योपैथिक दवा है जिसका उपयोग किडनी में पथरी के इलाज में किया जाता है। यह औषधि मूत्रमार्ग की समस्याओं, मूत्र संक्रमणों और पेशाब में जलन को कम करने में मददगार हो सकती है। इसके अलावा, यह मूत्रमार्ग में संक्रमण को रोकने, मूत्रमार्ग की स्वास्थ्यप्रद गतिविधि को सुधारने और पथरी को पिघलाने में भी मदद कर सकती है। बर्बेरिस बल्गारिस का सेवन बिना चिकित्सक की सलाह के न करें और सुरक्षित तरीके से उपयोग करें।
  • सारसापेरिला (Sarsaparilla): सारसापेरिला एक प्रमुख होम्योपैथिक दवा है जो पथरी के इलाज में उपयोगी होती है। यह दवा पथरी से होने वाले दर्द और जलन को कम करने, मूत्रमार्ग को स्वस्थ रखने और पथरी को पिघलाने में मदद करती है। सारसापेरिला का सेवन पथरी के लक्षणों और समस्याओं के आधार पर किया जाता है। सारसापेरिला का सेवन बिना चिकित्सक की सलाह के न करें और सावधानी से उपयोग करें।

ध्यान दें कि होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पहले एक पेशेंट को होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। वे आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और उपयुक्त दवाओं की सिफारिश करेंगे। उनके निर्देशानुसार दवाओं का सेवन करें और नियमित रूप से उनके साथ संपर्क में रहें।

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नींबू से पथरी का इलाज:-

नींबू पथरी किडनी स्टोन के इलाज में एक प्राकृतिक विकल्प के रूप में प्रयोगी हो सकता है। नींबू में पाए जाने वाले विटामिन सी के कारण यह मददगार हो सकता है क्योंकि विटामिन सी के गुण अवशोषण को कम करके पथरी के बनने के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, नींबू का रस पथरी को गलाने और पथरी को पिघलाने में मदद कर सकता है।

पथरी के इलाज के लिए नींबू का सेवन करने के लिए, आप रोजाना गुनगुने पानी में एक नींबू का रस निकालकर पी सकते हैं। इसे सुबह खाली पेट पीने से अधिक लाभकारी हो सकता है। नींबू के सेवन के साथ-साथ पेशेवर चिकित्सक की सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से यदि आपको पथरी या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या की गंभीरता हो।

पथरी की देशी दवा:- (पथरी का इलाज)

पथरी के इलाज में कुछ प्राकृतिक देशी दवाएं भी उपयोगी हो सकती हैं। ये दवाएं अपने विधि में प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करती हैं और पथरी को विघटित करने में मदद कर सकती हैं। यहां कुछ ऐसी देशी दवाएं हैं जिन्हें आप पथरी के इलाज में शामिल कर सकते हैं जैसे:

  • दिव्य अश्मरीहर रस: पथरी के इलाज के लिए दिव्य अश्मरीहर रस उपयोगी साबित हो सकता है। यह दवा पथरी और मूत्राशय सम्बंधी समस्याओं को ठीक करने में मददगार होती है। यह रस पथरी को तोड़ने और पेशाब की पथरी को निकालने में मददगार हो सकता है। दिव्य अश्मरीहर रस को आप दिन में दो बार, सुबह और शाम ले सकते हैं। इसे गुनगुने पानी के साथ पीना चाहिए। यह दवा प्राकृतिक तत्वों से बनी होती है और इसे नियमित रूप से प्रयोग करने से आपको लाभ मिल सकता है। हालांकि, इससे पहले कि आप किसी भी दवा का सेवन करें, यह जरूरी है कि आप एक वैद्यकीय विशेषज्ञ से परामर्श करें और उनकी सलाह का पालन करें।
  • दिव्य वृक्कदोषहर क्वाथ: पतंजलि में दिव्य वृक्कदोषहर क्वाथ पथरी के इलाज में एक आयुर्वेदिक दवा के रूप में उपलब्ध होता है। यह क्वाथ पथरी के लक्षणों को कम करने, पथरी को तोड़ने और पेशाब की पथरी को निकालने में मददगार हो सकता है। यह विभिन्न जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक घटकों से तैयार किया जाता है, जो पथरी के संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इस क्वाथ का सेवन करने से पहले आपको अपने वैद्य या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। वे आपको सही खुराक, सेवन के समय और उपयोग के बारे में निर्देश देंगे। इसके अलावा, आपको अपनी आहार और जीवनशैली पर ध्यान देना चाहिए ताकि आपका पथरी का इलाज पूरी तरह से प्रभावी हो सके।

  • दिव्य लिथोम: पतंजलि के द्वारा बनाई गई दिव्य लिथोम एक आयुर्वेदिक दवा है जो पथरी के इलाज में सहायक हो सकती है। यह दवा पथरी के रोग के कारण होने वाले पेशाब की परेशानियों को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। दिव्य लिथोम में प्राकृतिक तत्वों का सम्मिश्रण होता है जो पथरी के निर्माण को रोकने और पेशाब की पथरी को तोड़ने में सहायता कर सकते हैं। यह दवा मूत्रमार्ग समस्याओं को कम करने और मूत्राशय को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकती है। इसके अलावा, आपको स्वस्थ आहार लेने, पर्याप्त पानी पिने और उचित व्यायाम करने के साथ अपने जीवनशैली का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त हो सके।
  • दिव्य गोखरू क्वाथ: पतंजलि द्वारा बनाई गई दिव्य गोखरू क्वाथ एक आयुर्वेदिक दवा है जो पथरी के इलाज में सहायक हो सकती है। यह दवा गोखरू पौधे की जड़ और अन्य औषधीय जड़ी-बूटियों का मिश्रण है जो पथरी के रोग को नष्ट करने और इसकी प्रबंधन करने में मददगार हो सकती है। दिव्य गोखरू क्वाथ का नियमित सेवन आपके विशेषज्ञ चिकित्सक की मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए। इसके अलावा, आपको स्वस्थ आहार लेने, पर्याप्त पानी पिने और उचित व्यायाम करने के साथ अपने जीवनशैली का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त हो सके।

यह देशी दवाएं पथरी के इलाज में मददगार हो सकती हैं, लेकिन आपको इस्तेमाल करने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना सर्वोत्तम होगा। वे आपके रोग के गंभीरता और लक्षणों के आधर पर सही दवा और खुराक का निर्धारण करेंगे।

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FAQ

Ques-1 नींबू से पथरी कैसे निकाली जाती है?

नींबू में मौजूद विटामिन सी किडनी स्टोन को घटाने और उसको निकालने में मदद करता है। नींबू का रस पथरी वाले व्यक्ति को प्रतिदिन लेने से फायदा हो सकता है। आप नींबू का रस सीधे पी सकते हैं या फिर गर्म पानी में नींबू का रस निचोड़कर पी सकते हैं। इसके अलावा, आप नींबू पानी को दिन भर में कई बार पी सकते हैं।

Ques-2 पथरी में चाय पी सकते हैं क्या?

पथरी में चाय पीने से बचना चाहिए। चाय में मौजूद कैफीन किडनी में पेशाब के निर्माण में बदलाव कर सकता है और पथरी के लक्षणों को बढ़ा सकता है। कैफीन शरीर से पानी निकालकर पेशाब के जरिए पथरी को उत्कृष्ट कर सकता है। इसलिए, पथरी के मरीजों को चाय की जगह पर पानी, फलों का रस पीने की सलाह दी जाती है।

Ques-3 लहसुन खाने से किडनी पर क्या असर पड़ता है?

लहसुन खाने से किडनी पर असर पड़ता है। लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक तत्व किडनी के रक्त संचार को सुधारने में मदद करता है और मूत्र त्याग को बढ़ाता है। यह किडनी के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और किडनी की स्वस्थता को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

Ques-4 क्या किडनी के मरीज बेसन खा सकते हैं?

किडनी के मरीज बेसन खा सकते हैं। बेसन में प्रोटीन की मात्रा होती है, जो किडनी के लिए उपयोगी हो सकती है। हालांकि, किडनी से संबंधित समस्याओं वाले लोगों को अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और अपनी आहार पर पर्याप्त ध्यान देना चाहिए।

Ques-5 क्या दूध पीने से किडनी स्टोन होता है?

दूध पीने से किडनी स्टोन होने की संभावना बहुत कम है। दूध में कैल्शियम मौजूद होता है, जो किडनी स्टोन का मुख्य कारक हो सकता है। हालांकि, दूध में पाए जाने वाले कैल्शियम की मात्रा आमतौर पर सामान्य चीजों से काफी कम होती है।

 

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